Weather Update: हरियाणा, पंजाब व चंडीगढ़ में बारिश से जनजीवन प्रभावित, दिल्ली में ‘ऑरेंज’ अलर्ट
Weather Update: उत्तर भारत के कई राज्यों में गुरुवार सुबह से लगातार बारिश हो रही है, जिससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। दिल्ली, पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ में कहीं हल्की तो कहीं तेज बारिश दर्ज की गई। बारिश से तापमान में गिरावट आई है, लेकिन जलभराव और यातायात बाधित होने से लोगों की परेशानी बढ़ गई है।
हमारे जींद प्रतिनिधि के अनुसार बृहस्पतिवार अल सुबह जींद में शुरू हुई बारिश दोपहर तक जारी रही। लगातार हो रही बारिश से 2 लाख से ज्यादा की आबादी वाला जींद शहर जल थल हो गया है।शहर की पॉश कालोनियों में शुमार अर्बन एस्टेट, डिफेंस कॉलोनी, सेक्टर 11, सेक्टर 8 से लेकर गांधीनगर कॉलोनी, विवेकानंद नगर और शहर की पुरानी और बाहरी तमाम कालोनियों में सड़कों पर कई-कई फुट पानी भर गया।
अर्बन एस्टेट कॉलोनी में सड़के बरसाती पानी के नाले बन गई। इनसे गुजरते अनेक दुपहिया वाहन बंद हो गए। कार जैसे वाहनों को भी कई जगह धक्के लगाकर लोगों को निकालना पड़ा। भारी बारिश से सबसे ज्यादा दिक्कत स्कूली बच्चों को हुई, जिन्हें सुबह स्कूल जाते समय पानी का दरिया पार करना पड़ा। सुबह दफ्तर जाने वाले लोगों को भी दुपहिया वाहनों पर भीगते हुए दफ्तर जाना पड़ा। लगातार हो रही बारिश ने शहर में बरसाती पानी निकासी सिस्टम को भी फेल कर दिया।
वहीं, दिल्ली में सुबह से जारी बारिश के बीच भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने ‘ऑरेंज’ अलर्ट जारी किया है। विभाग ने आगामी घंटों में बादल गरजने, बिजली गिरने और मध्यम से भारी बारिश की चेतावनी दी है। आईएमडी के अनुसार, 24 घंटे में सुबह 8.30 बजे तक सफदरजंग में 13.1 मिमी, आया नगर में 57.4 मिमी, पालम में 49.4 मिमी, लोधी रोड पर 12 मिमी, प्रगति मैदान में 9 मिमी और पूसा में 5 मिमी बारिश दर्ज की गई।
बारिश के कारण रिंग रोड, द्वारका, सुब्रतो पार्क, बाहरी रिंग रोड, गुरुग्राम के बसई रोड तथा गाजियाबाद व नोएडा के कुछ हिस्सों में सड़कों पर पानी भर गया। यातायात पुलिस ने ओल्ड जीटी रोड, जहांगीरपुरी और आदर्श नगर मार्ग पर जलभराव की वजह से यात्रियों को वैकल्पिक मार्ग अपनाने की सलाह दी है।
बारिश से दिल्ली का न्यूनतम तापमान 23.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 3.2 डिग्री कम है, जबकि अधिकतम तापमान 32 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने का अनुमान है।
दिल्ली में यमुना का जलस्तर खतरे के निशान के करीब पहुंचा
दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर पुराने रेलवे पुल पर 204.43 मीटर तक पहुंच गया है, जो चेतावनी के स्तर 204.50 मीटर के करीब है। अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। अधिकारियों के अनुसार, स्थिति पर नजर रखी जा रही है और सभी संबंधित एजेंसियों को संभावित बाढ़ जैसी स्थिति से निपटने के लिए एहतियाती कदम उठाने को कहा गया है।
अधिकारियों ने बताया कि सुबह नौ बजे पुराने रेलवे पुल पर यमुना का जलस्तर 204.43 मीटर था। दिल्ली के लिए चेतावनी का स्तर 204.50 मीटर है, जबकि खतरे का निशान 205.30 मीटर है और निकासी 206 मीटर पर शुरू होती है। पुराना रेलवे पुल नदी के प्रवाह और संभावित बाढ़ के जोखिमों पर नजर रखने के लिए एक प्रमुख अवलोकन बिंदु के रूप में कार्य करता है।
एक अधिकारी ने कहा, ‘‘जलस्तर में वृद्धि मुख्यतः हरियाणा और उत्तराखंड के ऊपरी जलग्रहण क्षेत्रों में बारिश के कारण वजीराबाद और हथिनीकुंड बैराज से हर घंटे बड़ी मात्रा में पानी छोड़े जाने के कारण है।'' बाढ़ नियंत्रण विभाग के अनुसार, वजीराबाद से हर घंटे लगभग 31,250 क्यूसेक पानी और हथिनीकुंड बैराज से लगभग 25,126 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है।
खेतों में कड़ी धान और गन्ने की फसल के लिए फायदेमंद
बृहस्पतिवार सुबह हुई तेज बारिश खेतों में खड़ी धान और गन्ने की फसल के लिए बेहद फायदेमंद मानी जा रही है। इस समय धान और गन्ना दोनों फसलों को पानी की सख्त जरूरत है। अभी तक जींद में ज्यादा बारिश नहीं हुई थी। बारिश की कमी बृहस्पतिवार को काफी हद तक पूरी हो गई। कृषि विज्ञान केंद्र के पूर्व प्रभारी डॉ यशपाल मलिक के अनुसार बृहस्पतिवार को हुई बारिश धान और गन्ना उत्पादक किसानों के लिए आसमान से सोना बरसने के बराबर है, लेकिन कपास की फसल को इससे नुकसान होगा। कपास के खेतों में जहां बरसाती पानी खड़ा हो गया है, उसे किसानों को तुरंत प्रभाव से निकालना चाहिए।
(एजेंसी के इनपुट के साथ)