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हिमाचल-पंजाब के सभी जलाशयों में पानी कम

केंद्रीय जल आयोग के चिंता बढ़ाने वाले आंकड़े
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गोबिंद सागर झील
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भरतेश सिंह ठाकुर/ ट्रिन्यू

चंडीगढ़, 18 अप्रैल

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हाल ही में हुई बारिश के बावजूद हिमाचल प्रदेश और पंजाब के सभी चार जलाशय- गोबिंद सागर, पोंग डैम, कोल डैम और थीन डैम पिछले साल की तुलना में कम स्तर पर हैं। केंद्रीय जल आयोग (सीडब्ल्यूसी) के अनुसार, 17 अप्रैल तक हिमाचल प्रदेश में गोबिंद सागर, पोंग डैम और कोल डैम का कुल स्टोरेज लेवल, इनके सामान्य स्टोरेज लेवल से 41.46 प्रतिशत कम है। वहीं, पंजाब में थीन डैम सामान्य स्टोरेज लेवल से 47.28 प्रतिशत नीचे है।

सतलुज पर भाखड़ा बांध के कारण बने गोबिंद सागर जलाशय का वर्तमान स्टोरेज 1.222 बिलियन क्यूबिक मीटर (बीसीएम) है, जबकि पूर्ण जलाशय स्तर (एफआरएल) पर इसकी क्षमता 6.229 बीसीएम है। वर्तमान में यह पूर्ण क्षमता का 19.62 प्रतिशत है, जबकि पिछले वर्ष इसी अवधि में यह आंकड़ा 25.36 प्रतिशत था। इस अवधि में जलाशय का सामान्य (पिछले 10 वर्षों का औसत) स्टोरेज लेवल 28.98 प्रतिशत है। ब्यास नदी पर स्थित पोंग बांध में वर्तमान में 0.736 बीसीएम जल संग्रहण है, जबकि एफआरएल पर इसकी क्षमता 6.157 बीसीएम है। इसका अर्थ है कि वर्तमान में जल संग्रहण मात्र 11.95 प्रतिशत है, जबकि पिछले वर्ष इसी अवधि में जल संग्रहण 31.52 प्रतिशत था। पोंग बांध का सामान्य जल संग्रहण स्तर 26

प्रतिशत है।

रावी नदी पर स्थित थीन बांध में वर्तमान में 0.545 बीसीएम जल संग्रहण है, जबकि एफआरएल पर इसकी क्षमता 2.344 बीसीएम है। यानी वर्तमान में जल संग्रहण 23.25 प्रतिशत है, जबकि पिछले वर्ष यह 42.15 प्रतिशत था और इसका सामान्य जल संग्रहण 44.10 प्रतिशत है। इसी तरह, सतलुज पर कोल बांध में वर्तमान भंडारण स्तर 0.069 बीसीएम है, जबकि एफआरएल में इसकी क्षमता 0.089 बीसीएम है। इसका मतलब है कि वर्तमान भंडारण 77.53 प्रतिशत है। यह पिछले साल की तुलना में कम है, जब भंडारण स्तर 89.89 प्रतिशत था, लेकिन यह सामान्य भंडारण (63.52 प्रतिशत) से अधिक है।

बारिश की कमी का नतीजा : भंडारण स्तर में गिरावट के पीछे एक कारण कम बारिश है। केंद्रीय जल आयोग के अनुसार, हिमाचल प्रदेश में 1 मार्च से 17 अप्रैल तक 97 मिमी बारिश हुई, जो सामान्य से 36 प्रतिशत कम है। इसी अवधि में पंजाब में 11 मिमी वर्षा हुई, जो सामान्य से 67 प्रतिशत कम है। हिमाचल प्रदेश और पंजाब के जलाशय पड़ोसी राज्यों को भी लाभ पहुंचाते हैं। हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली के मौसम विज्ञान उप-विभाग में 15 मिमी बारिश हुई, जो सामान्य से 32 प्रतिशत कम है। यदि बारिश की स्थिति में सुधार नहीं हुआ तो आने वाले दिनों में क्षेत्र में पानी की कमी हो सकती है।

चंडीगढ़ स्थित भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) के निदेशक सुरेंद्र पॉल ने कहा, ‘पंजाब और हरियाणा में अगले 5-6 दिनों में बारिश की संभावना कम है। हालांकि, हिमाचल में बारिश होगी। आने वाले दिनों में उत्तर-पश्चिम भारत में अधिकतम तापमान में कोई खास बदलाव होने की संभावना नहीं है।

देश के पश्चिमी, दक्षिणी और मध्य क्षेत्रों में स्थिति बेहतर

केंद्रीय जल आयोग देश के 161 जलाशयों की जल संग्रहण स्थिति पर नजर रखता है। पश्चिमी, दक्षिणी क्षेत्र और मध्य क्षेत्रों में जलाशयों में जल संग्रहण पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में बेहतर है और सामान्य जल संग्रहण से भी बेहतर है। हालांकि, उत्तरी और पूर्वी दोनों क्षेत्रों में जल संग्रहण पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में कम है और सामान्य जल संग्रहण से भी कम है। देश के बारह जलाशयों में जल संग्रहण सामान्य जल संग्रहण के 50 प्रतिशत से भी कम है, जिसमें पोंग बांध भी शामिल है।

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