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सफर में सुरक्षा चाहिए? जानिए परफेक्ट ट्रैवल इंश्योरेंस प्लान कैसे चुनें

सफर में सुरक्षा चाहिए? जानिए परफेक्ट ट्रैवल इंश्योरेंस प्लान कैसे चुनें
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चाहे आप जिंदगी की सबसे यादगार यात्रा पर जा रहे हों, विदेश में पढ़ाई के लिए निकल रहे हों, या किसी ऑफिशियल मीटिंग के लिए सफर कर रहे हों—ट्रैवल इंश्योरेंस आपका सुरक्षा कवच है। एक अच्छा ट्रैवल इंश्योरेंस प्लान अनचाहे खर्चों से आपकी रक्षा करता है, जैसे खोया हुआ बैग, ट्रिप कैंसिलेशन, या मेडिकल इमरजेंसी।

लेकिन जब आपके पास दर्जनों इंश्योरेंस कंपनियों और दर्जनों प्लान हों, तो यह तय करना मुश्किल हो जाता है कि कौन-सा आपके लिए सही है?

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अब हम आपको बताते हैं कि ऐसे ट्रैवल इंश्योरेंस प्लान में क्या देखना चाहिए जो सही मायनों में वैल्यू दे। साथ ही, हम यह भी देखेंगे कि कैसे ACKO India जैसे प्लेटफॉर्म सबसे जरूरी कवर के साथ संपूर्ण पॉलिसी ऑफर करते हैं।

1. मेडिकल कवरेज जो आपके डेस्टिनेशन के अनुसार हो

हर देश में इलाज का खर्च अलग होता है। इसलिए एक भरोसेमंद प्लान में निम्नलिखित मेडिकल सुविधाएं शामिल होनी चाहिए:

● इमरजेंसी मेडिकल ट्रीटमेंट

● अस्पताल में भर्ती रहने की सुविधा

● सर्जरी और डॉक्टर विज़िट

● नेटवर्क अस्पतालों में कैशलेस इलाज

● हॉस्पिटल में भर्ती रहने पर डेली अलाउंस

● मेडिकल इवैक्यूएशन और वतन वापसी का खर्च

नीचे दी गई टेबल बताती है कि कहां कितना कवरेज लेना चाहिए:

डेस्टिनेशन टाइप सुझाई गई मेडिकल कवरेज (INR)

साउथईस्ट एशिया ₹10 – ₹15 लाख

यूरोप / UK ₹20 – ₹30 लाख

टिप: केवल सबसे सस्ता प्लान देखकर मत चुनिए। फाइन प्रिंट ध्यान से पढ़ें ताकि जरूरी कवर मिस न हो जाए।

2. नॉन-मेडिकल कवरेज भी उतना ही जरूरी है

सिर्फ मेडिकल इमरजेंसी ही नहीं, कई बार सफर में अन्य दिक्कतें भी आती हैं। इन नॉन-मेडिकल कवरेज पॉइंट्स पर जरूर ध्यान दें:

● ट्रिप कैंसिलेशन या इंटरप्शन: बीमारी, प्राकृतिक आपदा या पॉलिटिकल दिक्कत के चलते ट्रिप रद्द हो तो आपकी टिकट और होटल बुकिंग का रिफंड

● बैगेज लॉस या डिले: बैग खोने या देर से पहुंचने की स्थिति में जरूरी सामान के लिए मुआवजा

● फ्लाइट डिले या मिस्ड कनेक्शन: होटल, खाने और नई फ्लाइट बुकिंग का खर्च

● पासपोर्ट खोना: डुप्लिकेट पासपोर्ट बनवाने का खर्च कवर

3. COVID-19 और इंफेक्शियस डिजीज कवरेज

कोविड के बाद ट्रैवल इंश्योरेंस का यह हिस्सा बेहद जरूरी हो गया है। हर पॉलिसी में ये शामिल नहीं होता, और कुछ में यह सिर्फ प्रीमियम वर्जन में आता है। ध्यान रखें:

चेकलिस्ट:

● कोविड टेस्टिंग और क्वारंटीन का खर्च कवर हो

● यात्रा के दौरान कोविड डायग्नोस होने पर इलाज शामिल हो

● सफर पर जाने से पहले अगर रिपोर्ट पॉजिटिव आ जाए तो ट्रिप रीशेड्यूल का कवर

4. एडवेंचर स्पोर्ट्स और हाई-रिस्क एक्टिविटीज़

अगर आप ट्रिप में स्कीइंग (जैसे स्विट्जरलैंड में) या स्कूबा डाइविंग (जैसे मालदीव्स में) करने जा रहे हैं, तो जान लीजिए कि ज़्यादातर बेसिक पॉलिसी इन गतिविधियों को कवर नहीं करतीं।

इंश्योरेंस से पूछें:

● क्या एडवेंचर स्पोर्ट्स के लिए ऐड-ऑन मौजूद है?

● क्या हाइकिंग या पैराग्लाइडिंग से लगी चोटें शामिल हैं?

महत्वपूर्ण: यदि प्लान में यह स्पष्ट रूप से शामिल नहीं है, तो ऐसे क्लेम अकसर रिजेक्ट हो जाते हैं।

5. पहले से मौजूद बीमारियां और प्रेग्नेंसी कवरेज

बहुत से ट्रैवलर इस बात को नजरअंदाज कर देते हैं कि ज्यादातर पॉलिसीज़ पहले से मौजूद बीमारियों (Pre-existing conditions) को तभी कवर करती हैं जब पहले से डिक्लेयर किया गया हो।

ध्यान दें:

● क्या डिक्लेयर की गई पुरानी बीमारियां वेटिंग पीरियड के बाद कवर होती हैं?

● क्या उससे संबंधित इमरजेंसी ट्रीटमेंट शामिल है?

● प्रेग्नेंसी संबंधी कवरेज आमतौर पर प्लान में नहीं होती, खासकर तीसरी तिमाही में—इसलिए यह चेक करना जरूरी है।

6. ट्रैवल का प्रकार और उसकी अवधि

हर ट्रैवलर के लिए एक ही प्लान सही नहीं होता। अपनी यात्रा के उद्देश्य के अनुसार प्लान चुनें:

ट्रैवल टाइप ज़रूरी फीचर्स

हॉलिडे/लेज़र सिंगल ट्रिप मेडिकल बैगेज कवरेज

बिजनेस ट्रिप कैंसिलेशन पर्सनल लायबिलिटी

स्टूडेंट ट्रैवल लॉन्ग टर्म स्टडी इंटरप्शन

बार-बार ट्रैवल करने वाले मल्टी-ट्रिप एनुअल प्लान

सही कैटेगरी चुनने से न तो आप अंडरइंश्योर्ड रहेंगे, और न ही बेवजह एक्स्ट्रा प्रीमियम देंगे।

7. क्लेम प्रोसेस और कस्टमर सपोर्ट

जब आप क्लेम करने की स्थिति में हों, तब ही पता चलता है कि आपकी पॉलिसी कितनी भरोसेमंद है।

ध्यान दें:

● क्या मोबाइल ऐप से क्लेम किया जा सकता है?

● क्या 24x7 हेल्पलाइन मौजूद है और क्या उसमें कई भाषाओं में सपोर्ट मिलता है?

● यूजर रिव्यू जरूर देखें ताकि आपको पता चल सके कि क्लेम प्रोसेस कितना स्मूथ और फास्ट है।

याद रखिए: प्लान का रियल वैल्यू सिर्फ तभी पता चलता है जब वो क्लेम समय पर सेटल करे।

8. कीमत बनाम वैल्यू — सिर्फ सस्ता प्लान मत चुनिए

सस्ता प्रीमियम देखने में अच्छा लगता है, लेकिन अक्सर इनमें हायर डिडक्टिबल्स या लिमिटेड कवरेज होती है।

तुलना करते वक्त ध्यान दें:

● प्रीमियम के मुकाबले कितना कवरेज मिल रहा है

● मेडिकल, बैगेज या ट्रिप डिले पर सब-लिमिट्स हैं या नहीं

● ऐड-ऑन वाकई ज़रूरी हैं या सिर्फ दिखावे के लिए हैं

निष्कर्ष

एक ट्रैवल इंश्योरेंस प्लान लेना सिर्फ एक फॉर्मेलिटी नहीं है—यह आपकी मानसिक शांति और सुरक्षा के लिए जरूरी है। अगर आप सिर्फ कीमत देखकर प्लान चुनते हैं, तो आपको ज़रूरी कवर मिलना मुश्किल हो सकता है।

अपनी ट्रिप के प्लान, डेस्टिनेशन और संभावित जोखिमों को ध्यान में रखते हुए एक ऐसा प्लान चुनें जो आपकी ज़रूरतों को पूरा करे।

चाहे आप पहली बार सफर कर रहे हों या हर महीने उड़ान भरते हों—ट्रैवल इंश्योरेंस कोई ऑप्शन नहीं, यह आपका सह-यात्री है।

अस्वीकरण: ऊपर दी गई जानकारी केवल सूचना के उद्देश्य से एक भुगतान किए गए विज्ञापन के रूप में प्रस्तुत की गई है। दैनिक ट्रिब्यून द्वारा विज्ञापनदाता द्वारा प्रदान किए गए दावों, प्रस्तावों या जानकारी की सटीकता, वैधता या विश्वसनीयता की जिम्मेदारी नहीं ली जाती है। पाठकों से आग्रह है कि वे किसी भी निर्णय को लेने से पहले स्वतंत्र रूप से शोध करें और उचित सावधानी बरतें, तथा केवल प्रकाशन के तरीके और स्रोत पर निर्भर न रहें।

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