फंडिंग उल्लंघन वांगचुक के एनजीओ का एफसीआरए लाइसेंस रद्द
गृह मंत्रालय ने लद्दाख के कार्यकर्ता सोनम वांगचुक द्वारा संचालित एनजीओ ‘स्टूडेंट्स एजुकेशनल एंड कल्चरल मूवमेंट ऑफ लद्दाख’ का एफसीआरए पंजीकरण रद्द कर दिया है। ‘द ट्रिब्यून’ द्वारा प्राप्त गृह मंत्रालय के आदेश के अनुसार इसे सांस्कृतिक और शैक्षिक कार्यक्रम चलाने के लिए विदेशी योगदान स्वीकार करने हेतु 2010 में पंजीकरण प्रदान किया गया था। मंत्रालय को कुछ अनियमितताएं मिलीं, जिसके बाद उसने अगस्त में कारण बताओ नोटिस दिया। आदेश के एक अंश में कहा गया है, ‘देश की संप्रभुता पर अध्ययन के लिए विदेशी अंशदान स्वीकार नहीं किया जा सकता। यह कृत्य देश के राष्ट्रीय हित के विरुद्ध है।’
लद्दाख में कर्फ्यू, 50 लोगों को लिया हिरासत में
लेह (एजेंसी): हिंसा प्रभावित लेह में बृहस्पतिवार को कर्फ्यू लगा रहा। इस दौरान पुलिस और अर्धसैनिक बलों ने 50 लोगों को हिरासत में लिया। लेह में एक दिन पहले व्यापक झड़पों में चार लोगों की मौत हो गई थी। लेह के अलावा अन्य प्रमुख शहरों में भी पांच या अधिक लोगों के एकत्र होने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। इनमें कारगिल भी शामिल है, जहां भूख हड़ताल का नेतृत्व कर रहे वांगचुक के समर्थन में कारगिल डेमोक्रेटिक अलायंस (केडीए) द्वारा बंद का आह्वान किया गया था। पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि क्या हिंसा के पीछे विदेशी हाथ हैं। कारगिल, जांस्कर, नुब्रा, पदम, चांगतांग, द्रास और लामायुरु में दंगा रोधी उपकरणों से लैस पुलिस और अर्धसैनिक बलों की भारी तैनाती की गई है। इस बीच, जलवायु कार्यकर्ता सोनम वांगचुक ने कहा कि उनका जेल में रहना सरकार के लिए उनकी आजादी से ज्यादा समस्याएं पैदा कर सकता है।
लद्दाख के लोगों से बात करनी चाहिए : फारूक
श्रीनगर : नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि केंद्र को लद्दाख के लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए उनके साथ बात करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि मैं केंद्र सरकार से कहना चाहता हूं कि बल का इस्तेमाल न करे और बातचीत करे।