नयी दिल्ली, 18 जुलाई (एजेंसी)
भारत के 15वें राष्ट्रपति के निर्वाचन के लिए सोमवार को मतदान शाम 5 बजे समाप्त हो गया।इस चुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू का मुकाबला विपक्ष के संयुक्त उम्मीदवार यशवंत सिन्हा से है। मतदान 10 बजे आरंभ हुआ था। राष्ट्रपति चुनाव के लिए मुख्य निर्वाचन अधिकारी पी सी मोदी ने बताया कि चुनाव हर जगह शांतिपूर्वक, सौहार्दपूर्ण ढंग से आयोजित हुआ। उन्होंने बताया कि संसद में कुल 99.18 प्रतिशत मतदान हुआ। मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि आज शाम तक देश भर से संसद में मतपेटियां पहुंचेंगी। मत पेटियां सड़क और हवाई मार्ग से दिल्ली पहुंचेंगी। उनके साथ सहायक निर्वाचन अधिकारी भी होंगे। राष्ट्रपति चुनाव में 736 मतदाताओं (727 सांसदों, नौ विधायकों) को संसद में मतदान के लिए अनुमति दी गई, 730 (721 सांसदों, 9 विधायकों) ने मतदान किया।
वहीं, सुबह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सबसे पहले मतदान किया। मतदान आरंभ होने के शुरुआती डेढ़ घंटे में करीब 350 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। इनमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह भी शामिल थे। राज्यों में सबसे पहले मतदान करने वालों में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस तथा दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया शामिल हैं। मतदान के दौरान सांसदों और विधायकों के लिए अलग-अलग रंग के मतपत्र दिए जा रहे हैं। सांसद जहां हरे रंग के मतपत्र से मतदान कर रहे हैं वहीं विधायक गुलाबी रंग के मतपत्र से मतदान कर रहे हैं। कुल मिलाकर 4800 निर्वाचित सांसद और विधायक मतदान करने के पात्र हैं।
राष्ट्रपति चुनाव में गुप्त तरीके से मतदान होता है और राजनीतिक दल मतदान के संदर्भ में व्हिप नहीं जारी कर सकते। मतों की गिनती संसद भवन में होती है। मतगणना 21 जुलाई को होगी। जम्मू कश्मीर में विधानसभा नहीं होने की वजह से इस बार सांसदों के मतों का मूल्य 708 से घटकर 700 हो गया। राज्यों में विधायकों के मतों के मूल्य अलग-अलग हैं। उत्तर प्रदेश के प्रत्येक विधायक का राष्ट्रपति चुनाव में मत मूल्य अन्य किसी राज्य के विधायक से अधिक है। उत्तर प्रदेश के विधायकों के मत का मूल्य 208 है, जबकि झारखंड और तमिलनाडु के विधायकों का मूल्य 176 है। महाराष्ट्र में यह 175, सिक्किम में सात, नगालैंड में नौ और मिजोरम में आठ है। मुर्मू अगर यह चुनाव जीतकर राष्ट्रपति बन जाती हैं, तो स्वतंत्रता के बाद जन्मी इस शीर्ष पद पर पहुंचने वाली पहली नेता होंगी। वह देश की पहली आदिवासी और सबसे युवा राष्ट्रपति भी होंगी।
कर्नाटक में मतदान जारी
बेंगलुरु : राष्ट्रपति चुनाव के लिए कर्नाटक के ‘विधान सौधा’ में मतदान हुआ। कर्नाटक में 28 लोकसभा सदस्य हैं, जिनमें भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के 25, जनता दल और कांग्रेस के एक-एक और एक निर्दलीय सदस्य शामिल हैं। राज्य में 11 राज्यसभा सदस्य हैं – भाजपा और कांग्रेस के 5-5, और जद (एस) से एक (पूर्व प्रधानमंत्री एच. डी. देवेगौड़ा) । राज्य विधानसभा में कुल 225 विधायक हैं, जिसमें विधानसभा अध्यक्ष समेत भाजपा के 120, कांग्रेस के 69, जद (एस) के 32, बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के एक, दो निर्दलीय और एक मनोनीत सदस्य शामिल हैं। जद (एस) ने मुर्मू को अपना समर्थन दिया है। सूचना विभाग के एक अधिकारी के अनुसार, भाजपा के सदस्य वोट देने के लिए सबसे पहले कतार में खड़े थे। कर्नाटक के जल संसाधन मंत्री गोविंद करजोल ने सबसे पहले मतदान किया।
पश्चिम बंगाल में वोटिंग के लिये विधायक कतारबद्ध
कोलकाता : पश्चिम बंगाल विधानसभा में राष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए मतदान सुबह दस बजे शुरू हुआ और सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस तथा विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी के विधायक परिसर में कतारबद्ध होकर मतदान कर रहे थे। तृणमूल के वरिष्ठ नेता फिरहाद हाकिम ने कहा कि लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि विपक्ष से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को राज्य से ज्यादा से ज्यादा मत मिलें। उन्होंने कहा, ‘‘ यशवंत सिन्हा को जो बढ़त मिलेगी वह सभी गणनाओं से परे होगी। हमें उम्मीद है कि भाजपा के विधायक भी हमारे उम्मीदवार के पक्ष में मतदान करेंगे।” वहीं भाजपा विधायक अग्निमित्र पॉल ने कहा, ‘‘तृणमूल को पहले यह सुनिश्चित करना चाहिए कि उसके सभी वोट एकजुट रहें।’ भाजपा के कम से कम 70 विधायक रविवार रात से शहर के एक होटल में ठहरे हुए थे और उन्हें राष्ट्रपति चुनाव में मतदान का प्रशिक्षण दिया गया।
महाराष्ट्र में मतदान के लिए कांग्रेस विधायक कतार में नहीं खड़े हुए, भाजपा विधायक ने आपत्ति जताई
मुंबई : महाराष्ट्र के भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) विधायक बबनराव लोणीकर ने सोमवार को राष्ट्रपति चुनाव में मतदान के लिए कांग्रेस विधायक नितिन राउत के यहां विधान भवन में कतार में नहीं खड़े होने पर आपत्ति जताई। लोणीकर ने कहा कि वह निर्वाचन आयोग से राउत के वोट को अवैध घोषित करने की अपील करेंगे। लोणीकर ने विधान भवन परिसर में संवाददाताओं से कहा कि नितिन राउत मतदान शुरू होने से पहले केंद्रीय सभागार पहुंचे। लोणीकर ने कहा, ‘‘हमारी तरह कतार में खड़े होने के बजाय, वह सीधे वोट डालने के लिए अंदर चले गए। यह अस्वीकार्य है। मैं भारत निर्वाचन आयोग को पत्र लिखकर अनुरोध करने जा रहा हूं कि उनके वोट को अमान्य माना जाना चाहिए।’ केंद्र में सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) ने देश के शीर्ष संवैधानिक पद के लिए द्रौपदी मुर्मू को चुनाव मैदान में उतारा है, जबकि विपक्ष ने पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा को उम्मीदवार बनाया है।
आंध्र प्रदेश : विधानभा परिसर में मुख्यमंत्री वाई. एस. जगन मोहन रेड्डी ने डाला वोट
अमरावती : आंध्र प्रदेश विधानसभा परिसर में सोमवार को सुबह 10 बजे, राष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान शुरू हुआ। सबसे पहले मुख्यमंत्री वाई. एस. जगन मोहन रेड्डी ने मत डाला। मुख्यमंत्री के बाद विधानसभा के अध्यक्ष थम्मिनेनी सीताराम और फिर अन्य मंत्रियों ने मतदान किया। आंध्र प्रदेश विधानसभा के 175 सदस्यों, राज्य के 25 लोकसभा सांसद और 11 राज्यसभा सांसद सभी ने द्रौपदी मुर्मू को समर्थन देने की घोषणा की। राज्य के मुख्य विपक्षी दल तेलुगु देशम पार्टी ने भी मुर्मू को समर्थन देने का ऐलान किया।