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Virat Kohli : उफ्फ ये तेवर... ग्रेग चैपल भी हुए किंग कोहली के मुरीद, कहा- ऑस्ट्रेलियाई DNA के बिना बना... 

ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटरों जैसे तेवर वाले गैर ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर कोहली : चैपल
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मेलबर्न, 12 मई (भाषा)

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Virat Kohli : ऑस्ट्रेलिया के महान बल्लेबाज ग्रेग चैपल ने कहा कि विराट कोहली का टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेना ‘एक शानदार युग का अंत है'। भारत के पूर्व मुख्य कोच चैपल ने ‘ईएसपीएनक्रिकइन्फो' के लिए अपने कॉलम में कहा कि कोहली ने भारत की क्रिकेट पहचान पर सांस्कृतिक और मनोवैज्ञानिक प्रभाव डालने के मामले में सचिन तेंदुलकर को पीछे छोड़ दिया।

उन्होंने कॉलम में लिखा कि कोहली का टेस्ट करियर 2011 में शुरू हुआ और उनका एक दशक से अधिक लंबा करियर संयम, जोश व निडरता से भरा हुआ था। कोहली के संन्यास से सचिन तेंदुलकर के बाद भारतीय क्रिकेट में सबसे अधिक परिवर्तनकारी खिलाड़ी का अध्याय खत्म होता है। शायद कोहली भारत की क्रिकेट पहचान पर सांस्कृतिक और मनोवैज्ञानिक प्रभाव के मामले में उनसे भी आगे निकल गए। एक दशक से भी अधिक समय तक कोहली ने सिर्फ रन ही नहीं बनाए बल्कि उम्मीदों को फिर से परिभाषित किया, परंपराओं को चुनौती दी और 21वीं सदी के आत्मविश्वासी भारत का प्रतीक बने।

हमने जो गैर आस्ट्रेलियाई क्रिकेटर देखे हैं, उनमें उनके तेवर ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटरों की तरह हैं। वह टेस्ट में एक योद्धा थे, कभी भी एक इंच भी पीछे नहीं हटते थे। एक समय था जब भारतीय क्रिकेट विशेष तौर पर विदेशों में आसानी से घुटने टेक देता था, लेकिन यह धीरे-धीरे बदल गया। सौरव गांगुली ने भारतीय क्रिकेट को नई रीढ़ दी। एमएस धोनी की शानदार नेतृत्व क्षमता से सफेद गेंद के क्रिकेट में भारत ने दबदबा बनाया। कोहली ने इसे ऊर्जा दी। उन्होंने नई पटकथा लिखी।

कप्तान के तौर पर भारत के टेस्ट दृष्टिकोण को अकेले ही बदलने का श्रेय कोहली को देते हुए चैपल ने उन्हें असाधारण रूप से समझदार व्यक्ति बताया। उन्होंने कहा कि जहां अन्य लोग प्रतिक्रिया करते, कोहली पहले से ही अनुमान लगा लेते। पारी के शुरू होने से पहले ही उसे भांप लेते और दबाव आने से पहले ही इससे निपट लेते।

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