Tribune
PT
About the Dainik Tribune Code Of Ethics Advertise with us Classifieds Download App
search-icon-img
Advertisement

वर्णिका कुंडू छेड़छाड़ मामले के आरोपी विकास बराला को हरियाणा के Law officers की सूची से हटाया गया

Vikas Barala: हरियाणा में भाजपा सरकार द्वारा 10 दिन पहले घोषित किए गए विधि अधिकारियों की सूची से स्टॉकिंग और यौन उत्पीड़न के आरोपित विकास बराला का नाम अब हटा दिया गया है। यह फैसला सार्वजनिक विरोध और राजनीतिक दबाव...
  • fb
  • twitter
  • whatsapp
  • whatsapp
Advertisement

Vikas Barala: हरियाणा में भाजपा सरकार द्वारा 10 दिन पहले घोषित किए गए विधि अधिकारियों की सूची से स्टॉकिंग और यौन उत्पीड़न के आरोपित विकास बराला का नाम अब हटा दिया गया है। यह फैसला सार्वजनिक विरोध और राजनीतिक दबाव के बीच लिया गया है।

हरियाणा सरकार के गृह विभाग ने विकास बराला को इस निर्णय की जानकारी दे दी है। विकास को 18 जुलाई को राज्यपाल द्वारा अनुमोदित 97 विधि अधिकारियों की सूची में सहायक महाधिवक्ता (AAG) के तौर पर शामिल किया गया था। यह चयन प्रक्रिया एक पांच सदस्यीय समिति द्वारा की गई थी, जिसकी अध्यक्षता महाधिवक्ता (AG) ने की थी।

Advertisement

गौरतलब है कि विकास बराला वर्ष 2017 के चर्चित वर्णिका कुंडू छेड़छाड़ और अपहरण प्रयास मामले में आरोपी हैं। पीड़िता वर्णिका, जो पूर्व IAS अधिकारी वी.एस. कुंडू की पुत्री हैं, ने उनके नाम की नियुक्ति पर इंस्टाग्राम पोस्ट के जरिए तीखी प्रतिक्रिया दी थी और सरकार के इस निर्णय पर सवाल उठाए थे।

सरकारी सूत्रों के अनुसार विकास के पिता और राज्यसभा सांसद सुभाष बराला ने स्वयं सरकार को अपने बेटे का नाम सूची से हटाने का संकेत दिया था। हालांकि, भाजपा के भीतर इस निर्णय को लेकर मतभेद थे। कुछ नेताओं का मानना था कि जब तक मुकदमा समाप्त नहीं होता, किसी को दोषी नहीं माना जा सकता, जबकि कुछ नेताओं ने स्वीकार किया कि विकास की नियुक्ति उनके पिता के राजनीतिक संबंधों के कारण हुई थी।

एक वरिष्ठ नेता ने नाम न छापने की शर्त पर कहा, “मुख्यमंत्री की इस मामले में अधिक भूमिका नहीं रही होगी। ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ की बात करने वाली सरकार अगर ऐसे व्यक्ति को विधि अधिकारी नियुक्त करती है, तो इससे गलत संदेश जाता है।”

Advertisement
×