Vijay First Speech : लाइट्स, कैमरा... टेक्निकल एरर!... सुपरस्टार विजय का पहला भाषण बना तकनीकी ड्रामा, माइक ने नहीं दिया साथ
Vijay First Speech : तमिलगा वेत्री कषगम प्रमुख विजय ने शनिवार को पहली बार प्रचार किया। इस दौरान उन्होंने प्रचार वाहन से भाषण दिया। हालांकि, ऑडियो समस्याओं के चलते उनके 20 मिनट के भाषण में से केवल एक से दो मिनट का संबोधन ही स्पष्ट रूप से सुनाई दे सका। हजारों की संख्या में जुटे कार्यकर्ताओं, प्रशंसकों और आम लोगों ने 'विजय, विजय' के नारे लगाए, जबकि उनका भाषण कुछ टिप्पणियों, शब्दों और बिंदुओं को छोड़कर लगभग समझ से परे था।
उन्होंने मुख्यमंत्री एम के स्टालिन के नेतृत्व वाली सरकार को मुश्किल में डालने के लिए कई सवाल उठाने के बाद लोगों से पूछा, "क्या आप द्रमुक को वोट देंगे?" विजय का एक प्रमुख आरोप यह था कि द्रमुक सरकार ने 2021 के विधानसभा चुनाव से पहले किए गए अपने वादों को पूरा नहीं किया। उन्होंने अवैध किडनी बिक्री गिरोह को लेकर भी द्रमुक सरकार पर निशाना साधा। अपराह्न 3 बजे जब विजय ने अपना भाषण शुरू किया, तो उन्होंने अपनी पहली रैली के लिए तिरुचिरापल्ली को चुनने की वजह बताई।
उन्होंने कहा कि यहीं पर द्रविड़ नेता और द्रमुक के संस्थापक सीएन अन्नादुरै ने 1956 में चुनावी मैदान में उतरने का फैसला किया था। यहीं पर अन्नाद्रमुक के संस्थापक एम जी रामचंद्रन ने 1972 में अपनी पार्टी की स्थापना के बाद 1974 में अपना पहला राज्य सम्मेलन आयोजित किया था। तिरुचिरापल्ली सांप्रदायिक सद्भाव के लिए भी प्रसिद्ध है और तर्कवादी नेता 'पेरियार' ई.वी. रामासामी भी यहीं रहते थे।
प्राचीन काल में युद्धभूमि में जाने से पहले, राजा अपने कुलदेवताओं की पूजा करते थे। विजय ने बताया कि ठीक वैसे ही, वह भी तिरुचिरापल्ली की यात्रा पर आए हैं। उन्होंने कहा कि तिरुचिरापल्ली में जब भी कोई राजनीतिक पहल शुरू होती है, वह अंततः एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित होती है।
इस बीच, पार्टी ने स्वीकार किया कि तकनीकी खराबी के कारण ऑडियो संबंधी समस्याएं आईं। टीवीके ने कहा कि इस समस्या का समाधान कर लिया गया है और अब पार्टी प्रमुख का भाषण स्पष्ट रूप से सुना जा सकेगा। सफेद कमीज पहने विजय ने प्रचार बस की छत पर एक मंच जैसे ढांचे से अपना भाषण दिया। इस दौरान कार्यकर्ता लगातार पार्टी के झंडे लहराते रहे।