चंडीगढ़, 2 मई (ट्रिन्यू)
हरियाणा के दो आईएएस अधिकारियों– डॉ. अशोक खेमका और संजीव वर्मा में तनातनी को शांत करने के लिए प्रदेश के गृह मंत्री अनिल विज फिर से मैदान में आ डटे हैं। विज के आदेश पर ही पंचकूला पुलिस ने खेमका की शिकायत पर वर्मा के खिलाफ केस दर्ज किया था। दोनों अधिकारियों में सुलह की कवायद के बीच विज ने सोमवार को सिविल सचिवालय स्थित अपने कार्यालय में संजीव वर्मा को बुलाया। उनमें करीब एक घंटा बंद कमरे में मीटिंग हुई।
दरअसल, विज अब चाहते हैं कि दोनों अधिकारियों के बीच तनाव खत्म हो। बताते हैं कि बैठक में वर्मा ने उनके खिलाफ केस दर्ज करवाने को लेकर विज के प्रति नाराज़गी जतायी। बताते हैं कि इस पर विज ने कहा कि उन्हें इस पूरे मामले का पता ही नहीं था। खेमका के साथ भी विज इस बाबत चर्चा कर चुके हैं। वे उन्हें भी ठंडा कर रहे हैं। गौर हो कि विज और खेमका में दोस्ताना संबंध हैं। हुड्डा सरकार के दौरान जब खेमका ने राॅबर्ट वाड्रा के गुरुग्राम के एक भूमि सौदे की म्युटेशन रद्द की थी, तो उस समय भी विज खुलकर खेमका के साथ खड़े थे। विज ने उनके समर्थन में हरियाणा राजभवन के बाहर धरना तक दे दिया था। यह बात अलग है कि अपनी सरकार में खेमका को विज मुख्यधारा वाली पोस्टिंग नहीं दिलवा पाये।
वर्मा ने खेमका के खिलाफ पंचकूला में एफआईआर दर्ज करवाई है। इसमें आरोप हैं कि वेयर हाउसिंग कॉर्पोरेशन में एमडी रहते हुए खेमका ने अधिकारियों की भर्ती में नियमों का उल्लंघन किया। इसके बाद एक और शिकायत खेमका के खिलाफ वर्मा कर चुके हैं। पंचकूला पुलिस ने पहली एफआईआर के साथ ही दूसरी शिकायत को सप्लीमेंट्री के तौर पर जोड़ लिया है।