Video: देश का राजा कैसा हो... के नारे लगे तो बोले राहुल गांधी- मैं 'राजा' नहीं हूं और बनना भी नहीं चाहता
Rahul Gandhi: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने शनिवार को कहा कि वह "राजा" नहीं हैं और "राजा" बनना भी नहीं चाहते हैं। कांग्रेस नेता ने पार्टी के विधि विभाग द्वारा विज्ञान भवन में आयोजित राष्ट्रीय सम्मेलन के दौरान यह टिप्पणी की।
राहुल गांधी जब कार्यक्रम को संबोधित करने के लिए खड़े हुए तो वहां मौजूद लोग "देश का राजा कैसा हो, राहुल गांधी जैसा हो" के नारे लगाने लगे। इस पर लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष ने उन्हें टोका और कहा, "मैं राजा नहीं हूं और मैं राजा बनना भी नहीं चाहता।" राहुल गांधी ने यह भी कहा, "मैं राजा की परिकल्पना के भी खिलाफ हूं।"
मैं राजा नहीं हूं और मैं राजा बनना भी नहीं चाहता।
मैं राजा के Concept के खिलाफ हूं।
: नेता विपक्ष श्री @RahulGandhi pic.twitter.com/LiJEovd96a
— Congress (@INCIndia) August 2, 2025
वहीं, गत दिवस राहुल गांधी ने दावा किया कि चुनाव आयोग ‘वोट चोरी' में शामिल है और इस बारे में उनके पास ऐसा पुख्ता सबूत है जो ‘एटम बम' की तरह है जिसके फटने पर आयोग को कहीं छिपने की जगह नहीं मिलेगी। निर्वाचन आयोग ने उनके आरोपों को आधारहीन और निंदनीय करार दिया तथा कहा कि अब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने आयोग और उसके कर्मचारियों को धमकाना भी शुरू कर दिया है। कांग्रेस नेता ने यह आरोप भी लगाया कि आयोग भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के लिए ‘वोट चोरी' करा रहा है।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने यह भी कहा कि ‘वोट चोरी' में जो भी शामिल होगा, उसे बख्शा नहीं जाएगा। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने नेता प्रतिपक्ष पर तंज कसते हुए कहा कि उन्हें “बम की तरह फटने” के बजाय “पानी की तरह बहना” चाहिए। सत्तारूढ़ पार्टी ने निर्वाचन आयोग को निशाना बनाने के लिए “अलोकतांत्रिक और अशोभनीय” भाषा का इस्तेमाल करने को लेकर भी राहुल पर तीखा प्रहार किया।
राहुल गांधी ने यह आरोप उस दिन लगाया, जब आयोग ने बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) की प्रक्रिया पूरी करने के बाद राज्य के लिए मतदाता सूचियों का मसौदा शुक्रवार को प्रकाशित किया। कांग्रेस के शीर्ष नेता ने संसद परिसर में संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैंने बोला है कि वोट चोरी हो रही है। अब हमारे पास एकदम पुख्ता सबूत हैं कि निर्वाचन आयोग वोट चोरी में शामिल है। मैं हल्के-फुल्के अंदाज में नहीं बोल रहा हूं, मैं 100 प्रतिशत सबूत के साथ बोल रहा हूं।'' उन्होंने दावा किया, ‘‘हम जैसे ही यह जारी करेंगे, पूरे देश को पता लग लग जाएगा कि आयोग वोट चोरी करा रहा है और यह भाजपा के लिए करा रहा है।''
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष का कहना था, ‘‘हमें मध्यप्रदेश (विधानसभा चुनाव) में संदेह था, लोकसभा चुनाव में संदेह था, बाद के विधानसभा चुनावों में वोटर जोड़े गए... इसके बाद हमने अपनी जांच शुरू की। इसमें छह महीने लगे। जो हमें मिला है वो एटम बम है, जब फटेगा तो निर्वाचन आयोग आपको कहीं नहीं दिखेगा।''
राहुल गांधी ने चेतावनी भरे लहजे में कहा, ‘‘मैं बड़ी गंभीरता से बोल रहा हूं कि निर्वाचन आयोग में जो भी यह काम कर रहे हैं, आपको हम छोड़ेंगे नहीं। आप हिंदुस्तान के खिलाफ काम कर रहे हैं, यह राष्ट्रदोह है। आप सेवानिवृत्त हो गए हों, या कहीं भी हों, आपको ढूंढ़कर निकालेंगे।'' कांग्रेस नेता के आरोप पर आयोग ने कहा, ‘‘निर्वाचन आयोग रोज़ाना लगाए जा रहे ऐसे निराधार आरोपों को नज़रअंदाज़ करता है और रोज़ाना दी जा रही धमकियों के बावजूद, सभी चुनाव अधिकारियों से ऐसे गैर-ज़िम्मेदाराना बयानों को नज़रअंदाज़ करने और निष्पक्ष व पारदर्शी तरीके से काम करने का अनुरोध करता है।''
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष पिछले कुछ सप्ताह से लगातार यह दावा कर रहे हैं कि कर्नाटक में एक लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में उनकी पार्टी ने मतदाता सूचियों की जांच करवाई है जिसमें बड़े पैमाने पर अनियमितता मिली है तथा जल्द ही इसका विवरण सार्वजनिक किया जाएगा। निर्वाचन आयोग ने गत 24 जुलाई को कांग्रेस नेता राहुल गांधी के इस दावे पर कड़ी आपत्ति जताई थी। आयोग ने कहा था कि लोकसभा में विपक्ष के नेता ने न केवल ‘‘बेबुनियाद आरोप'' लगाए, बल्कि एक संवैधानिक संस्था को ‘‘धमकाने'' का भी प्रयास किया।