Video: कंगना रणौत के ‘कैबिनेट’ वाले बयान पर बवाल, मंडी दौरे में 'हंसी' तो कांग्रेस ने कसा तंज
मंडी/नई दिल्ली, 7 जुलाई (वेब डेस्क)
Kangana Ranaut: हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में भारी बारिश और बादल फटने से मची तबाही के बीच अपने संसदीय क्षेत्र के दौरे पर पहुंचीं बीजेपी सांसद और अभिनेत्री कंगना रणौत एक नए विवाद में घिर गई हैं। राहत कार्यों के दौरान दिए गए उनके बयान पर कांग्रेस ने तीखी प्रतिक्रिया दी है और उन्हें "संवेदनहीन" बताया है।
मंडी में मीडिया से बातचीत करते हुए कंगना रणौत ने कहा, “चाहे आपदा हो या आपदा राहत, मेरे पास कोई आधिकारिक कैबिनेट नहीं है। मेरे दो भाई मेरे साथ हैं – वही मेरी कैबिनेट हैं।” उन्होंने यह बात हंसते हुए कही, और आगे जोड़ा कि एक सांसद की भूमिका सीमित होती है।
कंगना ने कहा, "हम राज्य और केंद्र सरकार के बीच कड़ी हैं, केंद्र से राज्य के लिए परियोजनाएं शुरू कराने और अपने निर्वाचन क्षेत्रों के मुद्दों व शिकायतों को केंद्र के समक्ष उठाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।"
कांग्रेस का पलटवार
कांग्रेस ने इस बयान को लेकर सोशल मीडिया पर एक वीडियो क्लिप साझा करते हुए रणीत को आड़े हाथों लिया। पार्टी प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा, “जब मंडी के लोग आपदा से जूझ रहे हैं, तब क्षेत्र की सांसद को मजाक करने की फुर्सत है। यह असंवेदनशीलता की पराकाष्ठा है।” कांग्रेस नेताओं ने यह भी आरोप लगाया कि आपदा के शुरुआती दिनों में कंगना रणीत क्षेत्र से नदारद रहीं, जब उन्हें सबसे ज्यादा ज़रूरत थी।
कंगना की सफाई
इससे पहले उन्होंने ‘एक्स' पर लिखा था, "हिमाचल में लगभग हर साल बाढ़ की तबाही देखना दिल दहला देने वाला है। मैंने सिराज और मंडी के अन्य क्षेत्रों में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करना चाहा, लेकिन माननीय नेता प्रतिपक्ष जय राम ठाकुर ने प्रभावित क्षेत्रों में संपर्क बहाल होने तक प्रतीक्षा करने की सलाह दी।" सिराज हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ठाकुर का विधानसभा क्षेत्र है।
लोकसभा में मंडी निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाली कंगना ने कहा कि वह एक सांसद के रूप में केवल प्रधानमंत्री को ही स्थिति से अवगत करा सकती हैं। कंगना ने थुनाग पंचायत में कहा, "मुझे लोगों की दुर्दशा देखकर बहुत दुख हुआ है। उन्होंने परिवार के सदस्यों को खो दिया है, मकान ढह गए हैं, कई लोग अब भी लापता हैं, लेकिन हम उन परिवारों को केवल सांत्वना दे सकते हैं जिन्होंने अपने परिजन को खो दिया है, और अब राहत प्रदान करने का समय आ गया है।"
मंडी में हुई भारी तबाही
थुनाग पंचायत मंडी उन विभिन्न स्थानों में से एक है, जो मंगलवार को बादल फटने की घटना से प्रभावित हुए थे। बादल फटने, अचानक बाढ़ आने और भूस्खलन के कारण भारी तबाही हुई है, जिसके चलते 14 लोगों की मौत हो गई है और 31 लापता लोगों की तलाश जारी है। आपदा में 150 से अधिक मकान, 106 पशुशालाएं, 31 वाहन, 14 पुल और कई सड़कें क्षतिग्रस्त हो गई हैं। कुल 164 मवेशी मारे गए हैं। राज्य आपातकालीन संचालन केंद्र के अनुसार, रविवार सुबह तक मंडी जिले में लगभग 200 सड़कों पर यातायात बंद कर दिया गया है जबकि 236 ट्रांसफार्मर और 278 आपूर्ति योजनाएं बाधित हुई हैं।