ट्रिब्यून वेब डेस्क
चंडीगढ., 25 जून फास्टैग से स्मार्ट वाच के जरिये पैसे चोरी करने का सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा एक बच्चे का वीडियो फर्जी है। वीडियो में दिखाया गया है कि किस तरह एक बच्चा कार के शीशे साफ करने के बहाने फास्टैग पर अपनी वाच घूमाता है। कार मालिक के पूछने पर वह भाग जाता है। फिर बताया जाता है इस तरह से स्मार्ट वाच के जरिए फास्टैग से पैसे चुराए जा रहे हैं। सरकार की ओर से इस संबंध में ट्वीट कर इसे फर्जी करार दिया गया है। पीआईबी ने ट्वीट के जरिए इसे फर्जी करार दिया है। पीआईबी ने साफ कहा है कि हर टोल प्लाजा का एक यूनीक कोड होता है और जैसी ट्रांजेक्शन होने का दावा वीडियो में किया जा रहा है, वैसा मुमकिन ही नहीं है।