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Video: 14 में शादी, 25 में अनुभव... स्वामी अनिरुद्धाचार्य के वायरल बयान से मचा बवाल, अब आई माफी

Swami Aniruddhacharya:प्रसिद्ध आध्यात्मिक गुरु स्वामी अनिरुद्धाचार्य एक बार फिर विवादों में घिर गए हैं। गौरी गोपाल आश्रम में एक धार्मिक कार्यक्रम के दौरान  25 वर्षीय अविवाहित महिलाओं को लेकर की गई उनकी कथित आपत्तिजनक टिप्पणी से बवाल खड़ा हो गया...
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अनिरुद्धाचार्य। फोटो स्रोत वीडियोग्रैब फेसबुक Aniruddhachary Ji Maharaj
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Swami Aniruddhacharya:प्रसिद्ध आध्यात्मिक गुरु स्वामी अनिरुद्धाचार्य एक बार फिर विवादों में घिर गए हैं। गौरी गोपाल आश्रम में एक धार्मिक कार्यक्रम के दौरान  25 वर्षीय अविवाहित महिलाओं को लेकर की गई उनकी कथित आपत्तिजनक टिप्पणी से बवाल खड़ा हो गया है। बयान का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ, जिसके बाद देशभर में विरोध शुरू हो गया और कानूनी शिकायते दर्ज की गईं।

वायरल वीडियो में स्वामी अनिरुद्धाचार्य कथित तौर पर कहते सुने जा सकते हैं, "25 साल की उम्र तक की ज्यादातर लड़कियां यौन अनुभव रखती हैं..."

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और "लड़कियों की शादी 14 साल में कर देनी चाहिए।"

उन्होंने यह भी कहा कि "अविवाहित महिलाएं अक्सर अनुशासनहीन और चरित्रहीन होती हैं"। इस बयान को लेकर सोशल मीडिया पर गुस्सा फूट पड़ा। महिला संगठनों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने इसे स्त्री-विरोधी, अपमानजनक और गैरकानूनी बताया।

इस वीडियो के वायरल होने के बाद स्वामी के खिलाफ कई शहरों में FIR दर्ज की गई है। महिला आयोग ने भी संज्ञान लेते हुए संबंधित राज्य प्रशासन से रिपोर्ट तलब की है। सोशल मीडिया पर #ArrestAniruddhacharya ट्रेंड कर रहा है।

अब आई स्वामी अनिरुद्धाचार्य की सफाई

बढ़ते विरोध के बीच स्वामी अनिरुद्धाचार्य ने वीडियो को फर्जी बताते हुए सफाई दी है। उन्होंने दावा किया कि वीडियो को AI (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) के जरिए मॉर्फ किया गया है और उनके बोलने के अंदाज और आवाज का गलत उपयोग हुआ है। उन्होंने कहा “मैंने कभी महिलाओं के खिलाफ ऐसा कोई बयान नहीं दिया। यह वीडियो मेरी छवि खराब करने की साजिश है।” हालांकि उन्होंने जनता की भावनाओं को आहत करने के लिए माफ़ी भी मांगी है।

क्या कहते हैं कानूनविद और सामाजिक कार्यकर्ता?

कानूनी विशेषज्ञों का कहना है कि यदि वीडियो प्रमाणिक पाया गया, तो यह आईपीसी की कई धाराओं के तहत अपराध की श्रेणी में आ सकता है। महिला अधिकार कार्यकर्ता इसे महिलाओं की गरिमा को ठेस पहुंचाने वाला बताते हुए सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।

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