Video: कुल्लू में बाढ़ जैसे हालात: मलाणा डैम टूटा, पुल बहा; भारी नुकसान
Himachal Weather: हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले में शुक्रवार को भारी बारिश और अचानक आई बाढ़ से तबाही मच गई। प्राचीन गांव मलाणा बाहरी दुनिया से पूरी तरह तब कट गया जब मलाणा नदी के उफान पर आने से गांव को जोड़ने वाला इकलौता पुल बह गया।
इसी क्षेत्र में स्थित मलाणा-I हाइड्रोपावर प्रोजेक्ट का डैम भी भारी बारिश के कारण टूट गया, जिससे तेज बहाव और नीचे के इलाकों में दहशत फैल गई। इस बाढ़ में हाइड्रा क्रेन, डम्पर ट्रक, रॉक ब्रेकर और एक अन्य वाहन बह गए। इस भयावह घटना के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गए हैं, जिनमें तेज बहाव को बांध स्थल पर तबाही मचाते देखा जा सकता है।
फिलहाल कोई जनहानि की सूचना नहीं है। बारिश से पार्वती नदी भी उफान पर है, जो अब भुंतर के पास जाकर ब्यास नदी में मिल रही है और खतरा बना हुआ है।
राज्यभर में 285 सड़कें बंद, बिजली-पानी आपूर्ति भी बाधित
राज्य आपदा प्रबंधन केंद्र (SEOC) के अनुसार, कुल 285 सड़कें भूस्खलन और बाढ़ के कारण वाहनों के लिए बंद हैं, जिनमें चंडीगढ़-मनाली और मनाली-लेह राष्ट्रीय राजमार्ग भी शामिल हैं। सबसे ज्यादा 175 सड़कें मंडी जिले में बंद हैं, 67 सड़कें कुल्लू जिले में बाधित हैं। इसके अलावा, 314 बिजली ट्रांसफॉर्मर और 221 जल आपूर्ति योजनाएं प्रभावित हुई हैं।
मनाली-लेह हाईवे पर मसरान नाला बना तबाही का कारण
मनाली-लेह NH-3 को लाहौल-स्पीति जिले के जिस्पा में बंद करना पड़ा, क्योंकि मसरान नाले में बाढ़ आने से भारी मलबा और चट्टानें सड़क पर आ गईं। कई किसानों की खेती को नुकसान पहुंचा है। इसके भी वीडियो वायरल हो रहे हैं।
कांगड़ा में मकानों को खतरा, अब तक 98 मौतें
कांगड़ा जिले के शाहपुर उपमंडल के सरना और मनोह गांवों में कुछ घरों के क्षतिग्रस्त या खतरे में होने की खबरें मिली हैं। हालांकि, कोई जनहानि नहीं हुई है। स्थानीय मौसम विभाग ने शुक्रवार को अगले मंगलवार तक राज्य के 3 से 10 जिलों में भारी बारिश के लिए 'येलो अलर्ट' जारी किया है।
20 जून से अब तक भारी नुकसान
मॉनसून की शुरुआत 20 जून से अब तक हिमाचल प्रदेश में 1,678 करोड़ का नुकसान हो चुका है। इस दौरान 98 लोगों की मौत, 36 लोग लापता, 1,526 घर पूरी तरह या आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त, 47 फ्लैश फ्लड, 28 बादल फटने की घटनाएं, और 42 बड़े भूस्खलन दर्ज किए गए हैं।