उपराष्ट्रपति चुनाव : महाराष्ट्र के राज्यपाल राधाकृष्णन एनडीए के उम्मीदवार
इसके साथ ही, भाजपा ने देश के दूसरे सर्वोच्च संवैधानिक पद के लिए एक गैर-राजनीतिक संयुक्त उम्मीदवार उतारने की कांग्रेस नीत 'इंडिया' गठबंधन की योजना पर पानी फेर दिया है। राधाकृष्णन चुनावी राज्य तमिलनाडु के तिरुपुर से हैं, इसलिए राज्य की सत्तारूढ़ डीएमके के लिए उनकी उम्मीदवारी का विरोध करना मुश्किल होगा और वह 'इंडिया' के सहयोगियों को भी उनका समर्थन करने के लिए मना सकती है। राज्य में अगले साल चुनाव होने हैं।
नड्डा ने कहा, 'हम अपने एनडीए सहयोगियों और अन्य राजनीतिक दलों के संपर्क में हैं। राधाकृष्णन के नाम पर आम सहमति बनने की उम्मीद है। उनका 40 साल का सक्रिय सार्वजनिक जीवन रहा है और तमिलनाडु में सभी दलों में उनका सम्मान है। हम विपक्ष से बात करेंगे।'
चंद्रपुरम पोन्नुसामी राधाकृष्णन (68) ने 31 जुलाई, 2024 को महाराष्ट्र के राज्यपाल के रूप में शपथ ली थी। इससे पहले वह लगभग डेढ़ साल तक झारखंड के राज्यपाल रहे और उस दौरान उन्होंने तेलंगाना के राज्यपाल तथा पुडुचेरी के उपराज्यपाल के रूप में भी कार्यभार संभाला। आरएसएस स्वयंसेवक के रूप में शुरुआत करने वाले राधाकृष्णन 1974 में भारतीय जनसंघ की राज्य कार्यकारिणी के सदस्य बने। साल 1996 में उन्हें तमिलनाडु में भाजपा का सचिव नियुक्त किया गया। वह 1998 में कोयंबटूर से पहली बार लोकसभा के लिए चुने गए और 1999 में फिर से इस सीट से जीते। सांसद के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान, उन्होंने विभिन्न संसदीय समितियों के अध्यक्ष और सदस्य के रूप में कार्य किया। वर्ष 2004 से 2007 के बीच वह तमिलनाडु भाजपा प्रदेश अध्यक्ष रहे। इस पद पर रहते हुए, उन्होंने 19000 किलोमीटर की ‘रथ यात्रा' की, जो 93 दिनों तक चली।
समर्थक कहते हैं ‘तमिलनाडु का मोदी’
एक उत्साही खिलाड़ी, राधाकृष्णन टेबल टेनिस में कॉलेज चैंपियन और लंबी दूरी के धावक रहे हैं। ऐसा कहा जाता है कि 2004 में द्रमुक द्वारा राजग से संबंध समाप्त करने के बाद तमिलनाडु में भाजपा के लिए नया गठबंधन बनाने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका थी। उनके समर्थक उन्हें ‘तमिलनाडु का मोदी’ कहते हैं।
विपक्ष की बैठक आज
विपक्षी ‘इंडिया' गठबंधन के नेता सोमवार को उपराष्ट्रपति पद के लिए अपने संयुक्त उम्मीदवार के नाम पर चर्चा कर सकते हैं। सूत्रों ने बताया कि विपक्षी गठबंधन के नेता सुबह 10.15 बजे राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे के कार्यालय में बैठक करेंगे। विपक्षी गठबंधन पहले कह चुका है कि उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए एक संयुक्त ‘गैर-राजनीतिक' उम्मीदवार खड़ा किया जाएगा।