Vice President Polls मोदी ने राधाकृष्णन को बताया सादगी और सेवा का प्रतीक, विपक्ष से सर्वसम्मति समर्थन की अपील
उपराष्ट्रपति पद के चुनाव की सरगर्मी तेज हो गई है। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) ने तमिलनाडु से भाजपा के वरिष्ठ नेता और वर्तमान में महाराष्ट्र के राज्यपाल सी. पी. राधाकृष्णन को उम्मीदवार बनाया है। मंगलवार को संसद भवन परिसर में हुई राजग सांसदों की बैठक में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने न सिर्फ राधाकृष्णन के सार्वजनिक जीवन की सराहना की, बल्कि विपक्ष सहित सभी दलों से अपील की कि उन्हें सर्वसम्मति से चुना जाए।
मोदी की अपील और नेहरू पर कटाक्ष
बैठक में प्रधानमंत्री ने कहा कि राधाकृष्णन (67) ने अपने लंबे राजनीतिक और सामाजिक जीवन में सादगी, ईमानदारी और विवादों से दूर रहकर सेवा की है। उन्होंने सांसदों से कहा कि ‘‘ऐसे व्यक्तित्व को सर्वसम्मति से उपराष्ट्रपति चुनना पूरे देश के लिए गर्व की बात होगी।’’
मोदी ने इस दौरान ऐतिहासिक सिंधु जल संधि का मुद्दा भी उठाया और पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की आलोचना की। उन्होंने कहा कि नेहरू ने संसद या मंत्रिमंडल को विश्वास में लिए बिना पाकिस्तान से समझौते पर हस्ताक्षर किए, जिससे पड़ोसी देश को 80 प्रतिशत से अधिक जल का अधिकार मिला। प्रधानमंत्री ने आरोप लगाया कि यह कदम ‘‘देशहित की बजाय व्यक्तिगत छवि चमकाने के लिए उठाया गया था।’’ उन्होंने कहा कि पहलगाम आतंकी हमले के बाद उनकी सरकार ने इस संधि को स्थगित किया और ‘‘उस दौर के पापों को धोने का संकल्प लिया।’’
अर्थव्यवस्था का जिक्र
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में हाल ही में ‘एसएंडपी ग्लोबल रेटिंग्स’ द्वारा भारत की दीर्घकालिक सॉवरेन क्रेडिट रेटिंग में सुधार का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि यह भारत की मजबूत अर्थव्यवस्था और वैश्विक स्तर पर बढ़ते विश्वास का प्रमाण है, जिससे विदेशी निवेश और गति पकड़ सकता है।
राधाकृष्णन का परिचय
संसदीय कार्य मंत्री किरेन रीजीजू ने संवाददाताओं को बताया कि राधाकृष्णन ने हमेशा सादगी और अनुशासन का जीवन जिया है। तमिलनाडु से आने वाले राधाकृष्णन भाजपा के अनुभवी चेहरों में से एक हैं। वे दो बार लोकसभा सदस्य रहे और पार्टी संगठन में कई अहम जिम्मेदारियां निभाई हैं। रीजीजू ने कहा, ‘‘उनका चुनाव पूरे देश के लिए खुशी की बात होगी।’’
जीत तय, पर टकराव भी संभव
राजग को लोकसभा और राज्यसभा वाले निर्वाचक मंडल में बहुमत प्राप्त है, इसलिए राधाकृष्णन की जीत लगभग तय मानी जा रही है। हालांकि, विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ (इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलायंस) ने संकेत दिया है कि वह अपना प्रत्याशी मैदान में उतारेगा और मुकाबला करेगा।
राजनीतिक जानकारों का मानना है कि भले ही नतीजा तय हो, लेकिन यह चुनाव सत्तारूढ़ दल और विपक्ष के बीच ताकत का प्रदर्शन भी बन सकता है।