Van Mitra Scheme : हरियाणा में हरियाली की नई पहल, अब सरकारी भूमि पर भी पौधरोपण कर सकेंगे ‘वन मित्र’
हरियाणा सरकार ने प्रदेश को हरा-भरा बनाने की दिशा में ‘वन मित्र योजना’ को और सशक्त करने का निर्णय लिया है। वन मित्र केवल निजी जमीन पर ही नहीं, बल्कि वन विभाग की भूमि पर भी पौधारोपण कर सकेंगे। इससे बड़े पैमाने पर हरियाली बढ़ाने का मार्ग प्रशस्त होगा। वन एवं पर्यावरण मंत्री राव नरबीर सिंह की अध्यक्षता में बुधवार को चंडीगढ़ में हुई विभाग की समीक्षा बैठक में इसकी रणनीति तय की गई।
बैठक में बताया गया कि 2024 में शुरू की गई योजना में अब तक 70 हजार युवाओं ने पोर्टल पर पंजीकरण कराया है। युवाओं ने दो लाख से अधिक गड्ढे खोदे, जिनमें से चयनित 2598 युवाओं को ‘वन मित्र’ का दर्जा भी मिल चुका है। वन मित्रों को मिलने वाले 15 हजार रुपये मासिक मानदेय को समय पर जारी करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही, सत्यापन प्रक्रिया को भी बदला गया है। अब डीएफओ, कंजरवेटर और फॉरेस्ट गार्ड सीधे तौर पर पौधारोपण का मूल्यांकन करेंगे। इससे पारदर्शिता बनी रहेगी और वन मित्रों को उनका मेहनताना समय पर मिलेगा।
सरकार का हरियाली विजन
कैबिनेट मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार आने वाले वर्षों में हरियाणा को हरियाली और स्वच्छ वायु वाला प्रदेश बनाने के विजन पर काम कर रही है। ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान को भी इसी कड़ी में जोड़ा गया है, जिसमें युवाओं, महिलाओं और समाज के सभी वर्गों की सहभागिता सुनिश्चित की जा रही है।
अहम बिंदू
-70 हजार से अधिक युवाओं ने कराया पंजीकरण
-प्रदेशभर में दो लाख से अधिक गड्ढे खोदे गए
-2598 युवाओं को मिला ‘वन मित्र’ का दर्जा
-वन मित्र को मिलेगा 15 हजार रुपये मानदेय