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Uttarakhand News : नैनीताल के ‘ओल्ड लंदन हाउस' में फिर लगी आग, दो महीने के अंदर दूसरी घटना

150 साल से ज्यादा पुरानी है उत्तराखंड की यह इमारत

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Uttarakhand News : उत्तराखंड के नैनीताल स्थित 150 साल से ज्यादा पुरानी इमारत ‘ओल्ड लंदन हाउस' में सोमवार रात को एक बार फिर आग लग गयी। पुलिस ने यह जानकारी दी। इस इमारत में करीब दो महीने पहले 27 अगस्त को भी आग लगी थी, जिसमें एक बुजुर्ग महिला की झुलसकर मौत हो गयी थी।

पुलिस ने बताया कि आग सोमवार देर रात करीब ढ़ाई बजे इमारत के उसी हिस्से में लगी, जो पिछली बार लगी आग में बमुश्किल थोड़ा बहुत बच गया था। ‘ओल्ड लंदन हाउस', मल्लीताल क्षेत्र में मोहनको चौराहे पर स्थित है। इमारत से उंची-उंची लपटें दिखाई देने के बाद तत्काल दमकल विभाग को सूचित किया गया और आग पर काबू पाने में करीब सवा घंटा लग गया। पुलिस ने बताया कि इमारत के भूतल पर स्थित ‘कनौजिया फर्नीचर' की एक दुकान भी आग की चपेट में आ गयी, जिसमें रखा लाखों रुपये का सामान जलकर खाक हो गया।

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पुलिस के मुताबिक, आग लगने का कारण अभी स्पष्ट नहीं है लेकिन प्रारंभिक जांच में शॉर्ट सर्किट को कारण माना जा रहा है। स्थानीय लोगों ने बताया कि दमकल वाहन मौके पर पहुंचे लेकिन पिछली बार की तरह इस बार भी ‘हाइड्रेंट' (फायर पंप) में पानी का प्रेशर नहीं था और इस वजह से आग पर काबू पाने में दमकल कर्मियों को खासा संघर्ष करना पड़ा। पुलिस के मुताबिक, इस इमारत की दूसरी और तीसरी मंजिल पर 27 अगस्त को लगी आग में 82 वर्षीया शांता बिष्ट की मौत हो गयी थी।

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बिष्ट, प्रसिद्ध पर्यावरणविद और इतिहासकार डॉ. अजय रावत की बहन थीं। अब दो महीने बाद दीवाली के मौके पर उसी इमारत में लगी आग ने कई तरह की चर्चाओं को जन्म दे दिया है। स्थानीय लोग एक ही इमारत में बार-बार हो रही इस तरह की घटनाओं से चिंतित भी नजर आ रहे हैं। मल्लीताल थानाध्यक्ष हेम चंद्र पंत ने बताया कि पुलिस ने घटना के कारणों की जांच शुरू कर दी है। उन्होंने बताया कि अगर कोई संदिग्ध गतिविधि पायी जाती है तो दोषी व्यक्तियों के खिलाफ आवश्यक वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।

पड़ोसियों के साथ मिलकर आग को बुझाने में मदद करने वाले पवन व्यास ने बताया कि अगर फायर पंप में पर्याप्त प्रेशर होता तो आग पर कम समय में ही काबू पाया जा सकता था और एक बड़ा नुकसान टाला जा सकता था। नैनीताल को ब्रिटिश काल के दौरान ग्रीष्म्कालीन राजधानी के रूप में विकसित किये जाने के दौरान 1863 में ‘ओल्ड लंदन हाउस' का निर्माण किया गया था। ‘ओल्ड लंदन हाउस' उस दौर में यहां बनी कई शानदार इमारतों में से एक थी।

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