Uttarakhand Cloudburst Tragedy : उत्तरकाशी में कुदरत का प्रकोप; बाढ़ में बहे घर-होटल, भागीरथी नदी का पुल भी ढहा
Uttarakhand Cloudburst Tragedy : उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में जारी भारी बारिश के बीच बुधवार सुबह धराली में आपदा पीड़ितों की तलाश के लिए बचाव एवं राहत कार्य फिर शुरू किया गया। इसी बीच, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बाढ़ग्रस्त क्षेत्र का हवाई सर्वेंक्षण कर स्थिति का जायजा लिया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी मुख्यमंत्री धामी से बातचीत कर स्थिति की जानकारी ली।
मुख्यमंत्री ने ‘पीटीआई- वीडियो' को बताया, ‘‘बचाव कार्य तेजी से किया जा रहा है। सेना, भारत-तिब्बत सीमा पुलिस बल और राज्य आपदा मोचन बल के दल मौके पर पहुंच गए हैं। करीब 70-80 लोगों को बचा लिया गया है...एक सड़क अवरुद्ध है। जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक स्तर के अधिकारी मौके पर रवाना हो चुके हैं। यह एक चुनौतीपूर्ण स्थिति है क्योंकि अब भी वहां बारिश हो रही है।''
सुरक्षा अभियान जारी
मंगलवार दोपहर बाद बादल फटने से खीरगंगा नदी में आई भीषण बाढ़ के काऱण करीब आधा गांव तबाह हो गया था। धराली गंगोत्री धाम से करीब 20 किलोमीटर पहले पड़ता है और यात्रा का प्रमुख पड़ाव है। उत्तराखंड सरकार द्वारा जारी एक सरकारी विज्ञप्ति के अनुसार, विनाशकारी बाढ़ में चार लोगों की मृत्यु हो गयी जबकि विभिन्न एजेंसियों द्वारा चलाए जा रहे बचाव अभियान में 130 से अधिक लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है।
बाढ़ में बहा भागीरथी नदी का पुल
उत्तरकाशी में आई बाढ़ के कारण धराली पहुंचने के 3 जगह पर राष्ट्रीय राजमार्ग बह गया जबकि दो मार्ग को फिर से खोलने की तैयारी की जा रही है। बताया जा रहा है कि बाढ़ में धराली के पास स्थित भागीरथी नदी का पुल भी पूरी तरह बह गया है। प्रशासन द्वारा भागीरथी नगी पर अस्थायी पुल बनाने की तैयारी की जा रही है। यही नहीं, बाढ़ में हर्षिल हैलीपैड भी पूरी तरह से पानी में डूब गया है।
अगले 6 घंटे तक खतरा
खीर गंगा नदी में अचानक आई बाढ़ के चलते बाजार, होटल और आवासीय इमारतों को पलभर में बहा दिया। मिली जानकारी के अनुसार, इस त्रासदी में 5 होटल, गेस्ट हाउस सहित कई घर देखते ही देखते धवस्त हो गए। मौसम विभाग के अनुसार, अगले 6 घंटों तक स्थिती ऐसी ही रहने की संभावना है इसलिए लोगों को सावधानी बरतने और नदी-नाले से दूर रहने की सलाह दी जा रही है।