नयी दिल्ली, 14 नवंबर (एजेंसी)
भारत और जापान के अनुसंधानकर्ता दोनों देशों में स्मार्टफोन आधारित सड़क सुरक्षा ‘मैपिंग’ पर काम कर रहे हैं ताकि क्षतिग्रस्त सड़कों के कारण होने वाली दुर्घटनाओं में कमी लायी जा सके। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) रुड़की और तोक्यो विश्वविद्यालय की इस संयुक्त परियोजना का उद्देश्य सड़क की स्थिति पर निगरानी रखने की किफायती प्रणाली विकसित करना और सड़क पर सुरक्षा को बढ़ाना है। यूरोप के लक्जमबर्ग के डेटा विज्ञानी एलेक्जेंडर मराज भी इसमें दल की सहायता कर रहे हैं। अनुसंधान कर रहे वैज्ञानिकों में भारत की ओर से काम कर रहे दल का नेतृत्व करने वाली, आईआईटी रूड़की की प्रोफेसर दुर्गा तोशनीवाल ने कहा कि सड़क की स्थिति का सड़क सुरक्षा से सीधा नाता है। नियमित मरम्मत की जानी चाहिए । सड़क की स्थिति की समीक्षा के लिए पारंपरिक तरीकों में अधिक श्रम लगता है। इन तरीकों से सड़कों के लंबे नेटवर्क की निगरानी सीमित समय में नहीं की जा सकती। धन की कमी की वजह से भी प्रशासन समय पर जांच नहीं कर पाता।’
परस्पर सहयोग से बनाये हैं एल्गोरिदम
अनुसंधान कर रहे दल ने तोक्यो विश्वविद्यालय की सेकिमोटो प्रयोगशाला के साथ सहयोग कर ऐसे ‘एल्गोरिदम’ बनाये हैं जिनसे स्मार्टफोन के जरिये सड़क को हुई क्षति का पता लगाया जा सकता है।