US Tariff Policy : भारतीय सामानों पर भारी पड़ा अमेरिकी टैक्स, एक्सपोर्ट में गिरावट
US Tariff Policy : शोध संस्थान ग्लोबल ट्रेड रिसर्च इनिशिएटिव (जीटीआरआई) ने बुधवार को कहा कि डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन द्वारा लगाए गए ऊंचे शुल्क के कारण अमेरिका को भारत का निर्यात घट रहा है और इससे वहां घरेलू वस्तुओं की मूल्य प्रतिस्पर्धात्मकता कम होने लगी है।
जीटीआरआई ने कहा कि अगस्त में अमेरिका को निर्यात 6.7 अरब अमेरिकी डॉलर तक गिर गया, जो जुलाई की तुलना में 16.3 प्रतिशत कम है। यह 2025 की सबसे बड़ी मासिक गिरावट है, क्योंकि महीने के अंत तक अमेरिकी शुल्क दोगुना होकर 50 प्रतिशत हो गया।
जुलाई में निर्यात जून की तुलना में 3.6 प्रतिशत घटकर आठ अरब अमेरिकी डॉलर रहा था। जून महीने में भी मई की तुलना में 5.7 प्रतिशत की गिरावट के साथ निर्यात 8.3 अरब अमेरिकी डॉलर रहा था। मई, 2025 वृद्धि का आखिरी महीना था, क्योंकि अमेरिका को निर्यात अप्रैल की तुलना में 4.8 प्रतिशत बढ़कर 8.8 अरब अमेरिकी डॉलर रहा था। अप्रैल में अमेरिका को निर्यात 8.4 अरब अमेरिकी डॉलर रहा।
जीटीआरआई के संस्थापक अजय श्रीवास्तव ने कहा, ''निर्यात में गिरावट शुल्क में तेजी से हो रही बढ़ोतरी के साथ जुड़ी हुई है।'' चार अप्रैल तक, भारतीय उत्पाद सामान्य एमएफएन (सर्वाधिक पसंदीदा राष्ट्र) दरों पर अमेरिका में प्रवेश करते थे। पांच अप्रैल से, अमेरिका ने एक समान 10 प्रतिशत का शुल्क लगा दिया, जो शुरुआत में व्यापार प्रवाह को प्रभावित करने में विफल रहा क्योंकि आयातकों ने अग्रिम खरीद में तेजी दिखाई। उन्होंने कहा कि मई में निर्यात में वृद्धि इसी का कारण थी।
श्रीवास्तव ने कहा, '' हालांकि, जून तक, लगातार 10 प्रतिशत शुल्क और देश-विशिष्ट उपायों की बढ़ती चर्चा ने ‘भारत की मूल्य प्रतिस्पर्धात्मकता को कम करना' शुरू कर दिया।'' उन्होंने आगे कहा कि ऑर्डर वैकल्पिक आपूर्तिकर्ताओं को स्थानांतरित हो गए, जिससे निर्यात में लगभग छह प्रतिशत की गिरावट आई। उन्होंने कहा, ‘‘उसी शुल्क व्यवस्था के तहत जुलाई में गिरावट और बड़ी हो गई।''