अमेरिका ने पहलगाम हमलावरों को घोषित किया आतंकी संगठन
अमेरिका ने पाकिस्तान के आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के मुखौटा गुट ‘द रेजिस्टेंस फ्रंट’ (टीआरएफ) को वैश्विक आतंकवादी संगठन घोषित किया है। टीआरएफ ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले की जिम्मेदारी ली थी।
अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने बृहस्पतिवार को एक बयान में कहा कि यह कार्रवाई पहलगाम हमला मामले में न्याय संबंधी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के रुख पर अमल की अमेरिका की प्रतिबद्धता को दर्शाती है। उन्होंने कहा, ‘यह 2008 में लश्कर-ए-तैयबा द्वारा किए गए मुंबई हमलों के बाद भारत में नागरिकों पर सबसे घातक हमला था। टीआरएफ ने भारतीय सुरक्षा बलों के खिलाफ कई हमलों की जिम्मेदारी भी ली है, जिनमें 2024 में किया गया हमला भी शामिल है।’
भारत ने अमेरिका के इस कदम का स्वागत किया। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने इस फैसले को भारत-अमेरिका के बीच मजबूत आतंकवाद-रोधी सहयोग का प्रमाण बताया। भारत ने कहा कि टीआरएफ पर प्रतिबंध समयोचित एवं महत्वपूर्ण कदम है, जो आतंकवाद के खिलाफ भारत और अमेरिका के बीच गहरे सहयोग का परिचायक है। भारत आतंकवाद को कतई बर्दाश्त नहीं करने की नीति के प्रति प्रतिबद्ध है और आतंकवादी संगठनों व उनके समर्थकों को जवाबदेह ठहराने के लिए अपने अंतर्राष्ट्रीय सहयोगियों के साथ मिलकर काम
करता रहेगा। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में ट्रंप प्रशासन के इस फैसले के लिए अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो की विशेष रूप से सराहना की।