UPSC की 'प्रतिभा सेतु' योजना: प्रतिभावान युवाओं के लिए नया दरवाज़ा, उम्मीदों को नई उड़ान
चंडीगढ़, 21 जून (वेब डेस्क)
Pratibha Setu Scheme: संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) ने देश की सबसे कठिन और प्रतिष्ठित परीक्षाओं में सफल, लेकिन अंतिम चयन सूची में जगह न बना पाने वाले प्रतिभाशाली उम्मीदवारों के लिए एक नई रणनीतिक पहल 'प्रतिभा सेतु' शुरू की है। इस योजना के तहत अब निजी और सरकारी क्षेत्र के सत्यापित नियोक्ता ऐसे उम्मीदवारों से सीधे संपर्क कर सकेंगे और उन्हें रोजगार के अवसर प्रदान किए जाएंगे।
यह योजना पूर्व में “पब्लिक डिस्क्लोजर स्कीम (PDS)” के नाम से चल रही थी, लेकिन अब इसे व्यापक रूप देते हुए ‘प्रतिभा सेतु’ नाम दिया गया है।
क्या है 'प्रतिभा सेतु' योजना?
योजना का उद्देश्य उन उम्मीदवारों को अवसर देना है जो UPSC की परीक्षाओं के सभी चरणों (प्रारंभिक, मुख्य और साक्षात्कार) में सफल रहे, लेकिन अंतिम मेरिट सूची में जगह नहीं बना सके। अब UPSC ऐसे गैर-अनुशंसित लेकिन योग्य उम्मीदवारों की जानकारी (जैसे शैक्षणिक योग्यता, संपर्क विवरण आदि) एक सुरक्षित पोर्टल पर साझा करेगा, जिसे सत्यापित निजी और सरकारी नियोक्ता देख सकेंगे।
योग्यता और उपयोगिता
- योजना में सिविल सेवा, इंजीनियरिंग सेवा, संयुक्त रक्षा सेवा, चिकित्सा सेवा, IES/ISS, CAPF, भारतीय वन सेवा आदि शामिल हैं।
- 10,000 से अधिक ऐसे उम्मीदवारों का डेटा बैंक पहले से UPSC के पास मौजूद है।
- इससे न केवल इन प्रतिभाशाली युवाओं को रोजगार मिलेगा, बल्कि निजी क्षेत्र को भी कुशल, प्रशिक्षित और सक्षम मानव संसाधन उपलब्ध होगा।
नियोक्ताओं के लिए अवसर
योजना के तहत निजी कंपनियां और सरकारी एजेंसियां पोर्टल पर पंजीकरण करके डेटा देख सकती हैं। इससे योग्य उम्मीदवारों तक प्रत्यक्ष पहुंच मिलती है और कंपनियों को भी बेहतर टैलेंट मिल पाता है।
चयनित उम्मीदवारों को लाभ
UPSC ने इस पहल के पीछे अपनी सोच स्पष्ट करते हुए कहा है कि गैर-अनुशंसित उम्मीदवारों में भी वही मेधा और काबिलियत होती है जो चयनित उम्मीदवारों में होती है। ऐसे में, उन्हें एक मंच देना ज़रूरी है, जहां वे अपनी क्षमता साबित कर सकें।
ऐसी होती है परीक्षा प्रक्रिया
UPSC की सिविल सेवा परीक्षा तीन चरणों में होती है, प्रारंभिक परीक्षा (Prelims), मुख्य परीक्षा (Mains) और साक्षात्कार (Interview)। हर साल लाखों उम्मीदवार इस परीक्षा में बैठते हैं, लेकिन अंतिम चयन सिर्फ कुछ सौ लोगों का होता है। अब 'प्रतिभा सेतु' के माध्यम से उन हज़ारों उम्मीदवारों को दूसरे करियर विकल्पों की दिशा मिल सकेगी।