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मोगा के गांव की अनूठी पहल

नशा-शराब छोड़ने पर परिवार को 11 हजार नकद
मोगा में उपायुक्त सागर सेतिया परिजनों को सम्मानित करते हुए। -ट्रिन्यू
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अर्चित वत्स/ ट्रिन्यू

मोगा, 7 जून

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मोगा के एक गांव ने नशा और शराब छोड़ने वालों के परिवारों को 11 हजार रुपये नकद देने की पहल की है। पंजाब में किसी पंचायत द्वारा की गयी यह ऐसी पहली घोषणा है।

निहाल सिंह वाला उपखंड में रणसिंह कलां गांव की पंचायत ने नशा मुक्ति केंद्रों में इलाज करवा रहे लोगों को एक साल के लिए 1100 रुपये मासिक वजीफा देने की भी घोषणा की है। शनिवार को 30 परिवारों को 11-11 हजार रुपये दिए गये। मोगा के डिप्टी कमिश्नर सागर सेतिया ने इस कदम की सराहना की। उन्होंने ट्रिब्यून को बताया, ‘गांव की पंचायत बहुत प्रगतिशील है और उसने सराहनीय पहल की है। परिवारों को प्रशंसा प्रमाण पत्र भी दिए गये हैं।’ उपायुक्त ने अन्य पंचायतों से भी इससे प्रेरणा लेने और अपने गांवों को नशा मुक्त बनाने की दिशा में काम करने की अपील की। ​​ सरपंच मिंटू ने बताया कि उनके गांव ने 2019 में क्षेत्र को प्लास्टिक मुक्त बनाने के लिए भी पहल की थी। ‘रणसिंह कलां बनुगा पंजाब दी शान’ के तहत शुरू किये गये इस अभियान के तहत, जो भी गांववासी प्लास्टिक कचरा इकट्ठा करके जमा करवाता है, उसे उतनी ही मात्रा में चीनी दी जाती है। उन्होंने कहा कि ‘पेड़ लगाओ, पर्यावरण बचाओ और पैसा कमाओ’ अभियान के तहत गांव के निवासियों को नकद प्रोत्साहन के साथ-साथ फल और फूल वाले पौधे दिए गए। इसके अलावा, किताबें पढ़ने वालों को भी पुरस्कृत किया जाता है, जिससे शिक्षा और सीखने को बढ़ावा मिलता है। उन्होंने दावा किया कि रणसिंह कलां एक आदर्श गांव है, जहां सीवेज के पानी को उपचारित करके कृषि उद्देश्यों के लिए दोबारा इस्तेमाल किया जा रहा है।

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