UKSSSC Paper Leak: पूर्व सीएम हरीश रावत बोले- भाजपा के पास आरोपों और संदेहों का संतोषजनक जवाब नहीं
UKSSSC Paper Leak: उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSSC) की परीक्षा में हुए कथित पेपर लीक मामले को लेकर आंदोलनरत बेरोजगार और राज्य सरकार के बीच गतिरोध बना हुआ है। प्रदर्शनकारियों की मांग है कि इस मामले की जांच केंद्रीय...
UKSSSC Paper Leak: उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSSC) की परीक्षा में हुए कथित पेपर लीक मामले को लेकर आंदोलनरत बेरोजगार और राज्य सरकार के बीच गतिरोध बना हुआ है। प्रदर्शनकारियों की मांग है कि इस मामले की जांच केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) से कराई जाए। विपक्षी दल कांग्रेस ने भी इसी मांग का समर्थन करते हुए प्रदेशव्यापी धरना दिया।
पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता हरीश रावत ने कहा कि सरकार पूरे मामले को "एकल अपराध" साबित करने की कोशिश कर रही है, जबकि अब तक की जांच और गिरफ्तारियां इस ओर इशारा करती हैं कि इसमें कई लोग शामिल थे। उन्होंने सवाल उठाया कि जब परीक्षा प्रश्नपत्र के तीन पन्ने हल होकर वायरल हुए, तो यह कैसे सुनिश्चित किया जा सकता है कि केवल एक व्यक्ति ने ही इसका लाभ उठाया?
रावत ने आगे कहा कि हजारों बेरोजगार युवा परीक्षाओं के इंतजार में हैं और उनकी चिंताओं को दूर करने की बजाय सरकार की नीयत पर संदेह पैदा हो रहा है। उन्होंने भाजपा पर आरोप लगाया कि उसका “DNA सरकारी नौकरियों के खिलाफ है”, क्योंकि भाजपा शासित राज्यों और केंद्र में लाखों पद लंबे समय से रिक्त पड़े हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि उत्तराखंड में पेपर लीक, नकल, परीक्षाओं का स्थगन, रिजल्ट और नियुक्ति में देरी जैसी घटनाएँ भाजपा की मंशा पर सवाल उठाती हैं। साथ ही, जितने भी विवाद सामने आए हैं, उनमें जुड़े लोगों का भाजपा से संबंध निकलना सरकार की कार्यप्रणाली पर और अधिक संदेह पैदा करता है।
रावत ने कहा कि भाजपा के पास इन गंभीर आरोपों और संदेहों का कोई संतोषजनक जवाब नहीं है। उन्होंने दोहराया कि बेरोजगारों के हित और राज्य की छवि बचाने के लिए पेपर लीक प्रकरण की निष्पक्ष जांच CBI से कराना आवश्यक है।