श्रीनगर, 6 जुलाई (एजेंसी)
जम्मू-कश्मीर के कुलगाम जिले में बुधवार को मुठभेड़ के दौरान दो स्थानीय आतंकवादियों ने सुरक्षाबलों के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया जो हाल ही में लश्कर-ए-तैयबा में भर्ती हुए थे। पुलिस ने बताया कि यह मुठभेड़ दक्षिण कश्मीर में कुलगाम जिले के हादीगाम इलाके में मंगलवार रात शुरू हुई थी। कश्मीर क्षेत्र की पुलिस ने ट्वीट किया, ‘मुठभेड़ के दौरान दो स्थानीय आतंकवादियों ने अपने माता-पिता और पुलिस की अपील पर आत्मसमर्पण कर दिया। उनके पास से कुछ संवेदनशील सामग्री, हथियार और गोला-बारूद बरामद किया गया है।’
इस बीच, श्रीनगर स्थित रक्षा विभाग के जनसंपर्क अधिकारी कर्नल एमरोन मुसावी ने बताया कि जब यह पता चला कि दोनों ही नये भर्ती किये गये स्थानीय लोग हैं तथा उनके परिवार मुख्यधारा में उनकी वापसी के लिए आतुर हैं , तब सुरक्षाबलों ने संयम दिखाया एवं वे दोनों आतंकवादियों की ओर से गोलीबारी जारी रहने के बाद भी उनसे नहीं उलझे।‘सेना और जम्मू कश्मीर पुलिस ने संयम दिखाने के साथ ही यह सुनिश्चित किया कि आतंकवादी उस मकान से निकल नहीं पाएं। इस बीच, उनके परिवारों को आत्मसमर्पण की अपील करने के लिए मुठभेड़ स्थल पर लाया गया।’ उन्होंने कहा, ‘‘ इन आतंकवादियों के माता-पिता एवं सुरक्षाबलों ने सुबह तक बार-बार उनसे आत्मसमर्पण करने की अपील की। दोनों ने आखिरकार अपने हथियार डाल दिये एवं आत्मसमर्पण कर दिया। उनके पास से भारी मात्रा में हथियार एवं गोला-बारूद बरामद किया गया।’ कर्नल मुसावी ने कहा कि इन दोनों आतंकवादियों की पहचान कैमोह के राशिपुरा के निवासी नदीम अब्बास भट और मीरपुरा के निवासी काफिल मीर के रूप में की गयी है जो हाल में लश्कर -ए-तैयबा का हिस्सा बने थे।
पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने सुरक्षाबलों एवं इन आतंकवादियों के अभिभावकों की तारीफ की जिन्होंने उन्हें हथियार डालने एवं आत्मसमर्पण के लिए मनाया।