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रूस पढ़ने गये हरियाणा के दो छात्रों को युद्ध में धकेला

परिवार को फोन पर कहा- हमें बचा लो, हमारे पास एक-दो दिन बचे हैं

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फतेहाबाद के गांव कुम्हारिया से रूस गए दोनों युवक। -हप्र
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रूस पढ़ने गये हरियाणा के दो युवकों को रशियन आर्मी में भर्ती करके यूक्रेन युद्ध में धकेले जाने का मामला सामने आया है। फतेहाबाद के गांव कुम्हारिया के इन युवकों- अंकित जांगड़ा (23) और विजय पूनिया (25) ने अपने परिवार को वीडियो कॉल और सोशल मीडिया के जरिये बचाने की गुहार लगाई है। उन्होंने कहा है, ‘हम बड़ी मुश्किल में फंस गए हैं। हमें बचा लो। हमारे पास एक-दो दिन बचे हैं। इसके बाद हमें युद्ध में भेज दिया जाएगा।’

अंकित के बड़े भाई रघुवीर जांगड़ा ने बताया कि अंकित और विजय फरीदाबाद के एक एजेंट के जरिये स्टडी वीजा पर रूस गये थे। रघुवीर के अनुसार, अंकित ने बताया कि उन्हें एक महिला ने लालच देकर फंसाया। उनसे कहा गया था कि उन्हें रशियन आर्मी में नौकरी दिलवाई जाएगी और 15 दिन की ट्रेनिंग के बाद 20 लाख रुपये मिलेंगे। इसके बाद हर महीने डेढ़ से दो लाख रुपये सैलरी दी जाएगी। रघुवीर ने बताया कि 15-15 लोगों के तीन बैच बनाए गये। अंकित और विजय पहले बैच में शामिल हैं। बताया गया है कि 15 में से 5 लड़कों की मौत हो चुकी है। रघुवीर के अनुसार, उनके भाई को जॉब दिलाने वाली महिला से गांव के एक युवक ने व्हाट्सएप कॉल के जरिये बात की। उस महिला ने कहा कि अंकित और विजय की मौत को चार-पांच दिन हो चुके हैं। इसके बाद नंबर ब्लॉक कर दिया।

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अंकित के पिता रामप्रसाद चिनाई मिस्त्री हैं, जबकि मां सुशीला देवी गृहिणी हैं। वह 12वीं पास करके गत 15 फरवरी को रूस गया था। उसने मॉस्को के एमएसएलयू कॉलेज में लैंग्वेज कोर्स में दाखिला लिया था। विजय पहले जुलाई 2024 में रूस गया था और मार्च में लौटा था, फिर पांच महीने गांव में रहने के बाद दोबारा चला गया।

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परिवार ने लगाई गुहार

गांव कुम्हारिया के कई लोगों के साथ जिला उपायुक्त डॉ. विवेक भारती से गुहार लगाने पहुंचे रघुवीर जांगड़ा ने बताया कि उनका भाई और उसके साथी फिलहाल यूक्रेन में रूस से 300 किलोमीटर दूर हैं। उन्हें सोलीडेव एरिया के जंगल के इलाके में रखा गया है। उन्हें दो-तीन दिन बाद युद्ध में भेजने की तैयारी है। ग्रामीणों और परिवार ने राज्यसभा सांसद रामचंद्र जांगड़ा, पूर्व सांसद सुनीता दुग्गल से भी मदद की गुहार लगाई है। परिजनों के अनुसार मंगलवार को वह चंडीगढ़ में सीएम नायब सिंह सैनी से भी मिल चुके हैं।

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