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Trump Tariff : 'राष्ट्रभक्ति' के दावे पर अखिलेश का वार, चीन पर टैरिफ न लगाने पर उठाए गंभीर सवाल

अगर भाजपा सरकार मन से 'स्वदेशी' है तो चीन पर टैरिफ क्यों नहीं लगाती : अखिलेश

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अखिलेश यादव।
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Trump Tariff : समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के 'स्वदेशी' के नारे पर सवाल उठाते हुए बुधवार को कहा कि अगर भाजपा मन से स्वदेशी है तो उसकी सरकार भारतीय बाजार के बहुत बड़े हिस्से पर कब्जा जमाये बैठे चीन पर टैरिफ क्यों नहीं लगाती। यादव ने उत्तर प्रदेश की भाजपानीत सरकार पर नदियों की सफाई के नाम पर भ्रष्टाचार करने का आरोप भी लगाया और कहा कि सरकार हर योजना में लूट की योजना बनाती है।

सपा प्रमुख ने यहां प्रेसवार्ता में भाजपा के 'स्वदेशी' के हालिया नारे को 'गुमराह' करने वाला बताते हुए कहा, ‘‘सरकार हमें और आपको स्वदेशी-स्वदेशी का चूरन खिला रही है। जिस तरीके से अमेरिका ने टैरिफ लगाया है, आप (भारत) भी उसी तरह चीन पर टैरिफ लगा दीजिये।'' उन्होंने कहा, ‘‘स्वदेशी का नारा तो केवल हमें और आपको गुमराह करने के लिये है। भाजपा के मुंह पर तो स्वदेशी है लेकिन उसके मन में विदेशी है। अगर भाजपा सरकार मन से स्वदेशी है तो वह उस पर (चीन) टैरिफ क्यों नहीं लगाती है, जो हमारा सबसे ज्यादा बाजार खा रहा है?''

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यादव ने सुशासन के प्रति भाजपा सरकार की संकल्पबद्धता पर भी सवाल उठाये। उन्होंने कहा कि अखबारों में सरकार की खबरों की ‘हेडलाइन' जितनी सुंदर दिखायी देती है उतनी सरकार की 'प्रतिबद्धता' नहीं दिखाई देती और वह झूठ बोलती है। उन्होंने गोमती नदी की सफाई की योजना का जिक्र करते हुए कहा, ‘‘जब सरकार का जाने का वक्त आया तब उन्हें गोमती की सफाई याद आई।'' पूर्व मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया, ‘‘यह सरकार नदियां नहीं साफ कर रही है... यह बजट साफ कर रही है। हर अच्छी चीज को कैसे खराब करना है, सरकार उसके लिए योजना बनाती है। कैसे लूटा जाए, वह उसकी योजना बनाती है।''

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किसानों की समस्याओं का जिक्र करते हुए यादव ने कहा,‘‘सरकार किसानों को कोई चीज उपलब्ध नहीं करा रही है। कहीं भी खाद नहीं मिल रही है। जरूरत पर डीएपी खाद कहीं नहीं मिल रही है। गन्ने की कीमत नहीं बढ़ायी गयी। यह सरकार तो केवल किसानों की जमीन और फसल लूट रही है। सरकार ने बड़े-बड़े कारोबारियों को रियल एस्टेट बैंक और बड़े-बड़े लैंड बैंक बनाने की खुली छूट दे दी है। सच्चाई तो यह है कि किसानों के प्रति यह सरकार कभी ईमानदार नहीं रही है।'' पूर्व मुख्यमंत्री ने विधानपरिषद में शिक्षक सदस्यों के चुनाव में कांग्रेस के साथ गठबंधन जारी रहने की संभावना के बारे में पूछे गए एक सवाल पर कहा,‘‘यह बहुत निजी स्तर का चुनाव होता है। हमारा गठबंधन है और रहेगा। हम इस गठबंधन को और मजबूत करेंगे। उसके लिए हम लोग लगातार काम करेंगे।''

बिहार विधानसभा चुनाव के लिए अपने कार्यक्रम के बारे में पूछे जाने पर यादव ने कहा,‘‘बिहार में जो बुलाएगा, हम जाएंगे । हमने कहा कि हम समाजवादियों और यहां की जनता ने भाजपा को अवध में हराया। अब बिहार के लोगों की जिम्मेदारी है कि वे हमारी मदद करें।'' उन्होंने पुलिस मुठभेड़ की घटनाओं पर निशाना साधते हुए कानपुर में भ्रष्टाचार के मामलों में आरोपी वकील अखिलेश दुबे का जिक्र किया और कहा,‘‘अगर मुठभेड़ से ही कानून व्यवस्था बेहतर होती तो सरकार अखिलेश दुबे का ‘एनकाउंटर' क्यों नहीं कर रही है?''

हालांकि यादव ने यह भी कहा,‘‘जिस दिन अधिकारियों को लग जाएगा कि उनकी पोल खुलने वाली है, उसी दिन दुबे का भी ‘एनकाउंटर' हो जाएगा। उन्होंने दावा किया कि यह सरकार लोगों को मुठभेड़ की घटनाओं से डराना चाहती है, वह इसके जरिए कानून-व्यवस्था नहीं ठीक करना चाहती बल्कि लोगों को डरा कर एक सोच विकसित करना चाहती है कि देखिए हम कानून व्यवस्था को ठीक कर रहे हैं।'' यादव ने राज्य सरकार पर पुलिस के 'राजनीतिक इस्तेमाल' का आरोप लगाते हुए कहा कि जब पुलिस का सियासी उपयोग होगा तो कानून-व्यवस्था कौन देखेगा, परिणाम है कि प्रदेश की कानून-व्यवस्था इस कदर बिगड़ी हुई है।

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