भारतीय उत्पादों पर 50 प्रतिशत शुल्क लगाने के बाद अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अब ब्रांडेड दवाइयों के आयात पर एक अक्तूबर से 100 प्रतिशत टैरिफ लगाने का ऐलान किया है। इस घोषणा के बाद शुक्रवार को फार्मा शेयरों में भारी बिकवाली होने से भारतीय शेयर बाजारों में बड़ी गिरावट देखने को मिली। सेंसेक्स में 733 अंक और निफ्टी में 236 अंक का नुकसान रहा। अधिकांश दवा कंपनियों के शेयरों में गिरावट आई और बीएसई हेल्थकेयर सूचकांक 2.14 प्रतिशत नीचे आ गया।
ट्रंप ने ‘किचन कैबिनेट’ और ‘बाथरूम वैनिटी’ पर 50 प्रतिशत, ‘अपहोल्स्टर्ड फर्नीचर’ पर 30 प्रतिशत और भारी ट्रकों पर 25 प्रतिशत आयात शुल्क लगाने का भी ऐलान किया है।
ट्रंप ने कहा कि दवाओं पर शुल्क उन कंपनियों पर लागू नहीं होगा जो अमेरिका में संयंत्र लगा रही हैं। जनगणना ब्यूरो के अनुसार, अमेरिका ने 2024 में लगभग 233 अरब डॉलर की दवाएं आयात कीं। ऐसे में दवाओं की कीमत दोगुनी होना स्वास्थ्य खर्च और इलाज की लागत को बढ़ा सकता है। इस घोषणा ने सभी को चौंकाया है, क्योंकि पहले ट्रंप ने कहा था कि दवाओं पर टैक्स धीरे-धीरे लागू होगा।
भारतीय औषधि गठबंधन (आईपीए) ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति की घोषणा के अनुसार, दवाआें पर 100 प्रतिशत आयात शुल्क लागू करने का असर केवल पेटेंट और ब्रांडेड उत्पाद पर पड़ेगा, जेनेरिक दवाओं पर नहीं।
टिकटॉक अब अमेरिकी हाथों में! अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक शासकीय आदेश पर हस्ताक्षर किए हैं, जिसके अनुसार सोशल मीडिया मंच ‘टिकटॉक’ को राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ी चिंताओं को दूर करते हुए अमेरिका में संचालन जारी रखने की अनुमति होगी। ट्रंप ने बृहस्पतिवार को कहा कि चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने इसे मंजूरी दे दी है।
शरीफ और मुनीर को करवाया इंतजार अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और फील्ड मार्शल आसिम मुनीर से बृहस्पतिवार को व्हाइट हाउस में मुलाकात से पहले उन्हें करीब आधा घंटा इंतजार करवाया। इससे पहले व्हाइट हाउस में पत्रकारों से बात करते हुए ट्रंप ने कहा कि एक ‘महान नेता’ आ रहे हैं। लगभग एक घंटा 20 मिनट तक चली बैठक में मीडियाकर्मियों की मौजूदगी की अनुमति नहीं थी।