Trishul Exercise: सशस्त्र बलों के तीन कमांडर INS विक्रांत पर सवार हुए, अभियान की समीक्षा की
Trishul Exercise: भारतीय सशस्त्र बलों के तीन शीर्ष कमांडर तीनों सेनाओं के तालमेल का प्रदर्शन करते हुए विमानवाहक पोत आईएनएस विक्रांत पर सवार हुए और उन्होंने विशाल सैन्य अभ्यास ‘त्रिशूल' के तहत आयोजित एक संयुक्त बहु-आयामी अभियान की समीक्षा की। अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।
एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, दक्षिणी कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ, लेफ्टिनेंट जनरल धीरज सेठ; पश्चिमी नौसेना कमान के फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ, वाइस एडमिरल कृष्णा स्वामीनाथन और दक्षिण पश्चिमी वायु कमान के एयर ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ, एयर मार्शल नागेश कपूर ने कल रात ‘‘विमान वाहक पोत से उड़ान संचालन और ईंधन पुन: भरने'' के एक परिचालन प्रदर्शन को देखा।
थार रेगिस्तान से लेकर कच्छ क्षेत्र तक, सेना, नौसेना और वायु सेना पिछले दो हफ्तों से तीनों सेनाओं के संयुक्त अभ्यास ‘त्रिशूल' के व्यापक ढांचे के तहत कई उप-अभ्यासों में भाग ले रही हैं, जिसका समापन बृहस्पतिवार को सौराष्ट्र तट पर एक संयुक्त जल-थल अभ्यास के साथ होगा।
इस अभ्यास में दक्षिणी कमान के जल-थल बलों द्वारा समुद्र तट पर विमान उतारने के अभियान शामिल होंगे, जो थल-समुद्र-वायु एकीकरण के संपूर्ण आयाम को प्रमाणित करेगा और सशस्त्र बलों की विभिन्न क्षेत्रों में शक्ति और तालमेल प्रदर्शित करने की क्षमता को रेखांकित करेगा।
रक्षा मंत्रालय के अनुसार, अभ्यास ‘त्रिशूल' सशस्त्र बलों की जय (संयुक्तता, आत्मनिर्भरता और नवाचार) के दृष्टिकोण के प्रति प्रतिबद्धता का प्रमाण है और इसमें इलेक्ट्रॉनिक युद्ध से लेकर ड्रोन-रोधी अभियानों तक के क्षेत्र शामिल हैं।
अभ्यास के समापन के लिए गुजरात के पोरबंदर में तैयारी हो चुकी है और बुधवार को एक पूर्वाभ्यास आयोजित किया गया।
नौसेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि सेना की दक्षिणी कमान, नौसेना की पश्चिमी नौसेना कमान (डब्ल्यूएनसी) और भारतीय वायुसेना की दक्षिण-पश्चिम वायु कमान के प्रमुख अभ्यास के तहत नौसैनिक और संयुक्त बहु-क्षेत्रीय अभियानों की समीक्षा करने के लिए भारतीय नौसेना के विमानवाहक पोत आईएनएस विक्रांत पर सवार हुए। उन्होंने कहा कि उन्होंने बुधवार रात विमान वाहक पोत से उड़ान परिचालन और ईंधन पुन: भरने का प्रदर्शन भी देखा।
