Meghalaya Tourism : दावकी झील की ओर न जाएं... पर्यटकों के लिए मेघालय प्रशासन की सख्त सलाह
शिलांग, 12 जुलाई (भाषा)
मेघालय में शिलांग-दावकी सड़क पर भूस्खलन के उच्च जोखिम के कारण पर्यटकों और यात्रियों को पिनुरस्ला के रास्ते दावकी की यात्रा करने से बचने की सलाह दी गई है। अधिकारियों के मुताबिक शिलांग-दावकी सड़क पर इस समय निर्माण कार्य चल रहा है। भारत-बांग्लादेश सीमा पर स्थित दावकी, मेघालय के सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में से एक है।
दावकी को उमंगोट नदी के 'क्रिस्टल' जैसे साफ पानी के लिए जाना जाता है। हर साल हजारों पर्यटक नाव की सवारी, कायाकिंग, क्लिफ जंपिंग तथा नदी और आसपास की पहाड़ियों के मनोरम दृश्य देखने के लिए इस क्षेत्र में आते हैं। पूर्वी खासी हिल्स जिले के अतिरिक्त उपायुक्त तथा पिनुरस्ला सिविल उप-मंडल के प्रभारी ने कहा कि लैटलिंगकोट और लिंगकिर्डेम के बीच सड़क खंड तथा समग्र शिलांग-दावकी मार्ग लगातार बारिश के कारण भूस्खलन के मद्देनजर बेहद संवेदनशील बना हुआ है। अधिकारियों ने एहतियात के तौर पर जनता से आने वाले दिनों में इस मार्ग पर अनावश्यक यात्रा से बचने का आग्रह किया है।
लगभग 85 किलोमीटर लंबी शिलांग-दावकी सड़क परियोजना का क्रियान्वयन राष्ट्रीय राजमार्ग एवं अवसंरचना विकास निगम लिमिटेड (एनएचआईडीसीएल) द्वारा किया जा रहा है। यह सड़क पर्यटन और बांग्लादेश के साथ सीमा पार व्यापार दोनों के लिए महत्वपूर्ण है, तथा इसका उन्नयन 1,600 करोड़ रुपये से अधिक की अनुमानित लागत से किया जा रहा है।
इसका वित्तपोषण जापान अंतरराष्ट्रीय सहयोग एजेंसी (जेआईसीए) द्वारा आधिकारिक विकास सहायता (ओडीए) ऋण समझौते के तहत किया जाता है। इस परियोजना को 2021 में शुरू किया गया था और इसे 2024 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया था, लेकिन मौसम की स्थिति और भूमि अधिग्रहण के मुद्दों के कारण इसमें लगातार देरी हो रही है।