पहलगाम में धीरे-धीरे पटरी पर लौट रहा है पर्यटन
श्रीनगर के एक युवा नबील भट ने बताया, हम हर साल पहलगाम जाते रहे हैं। इस बार हमारा ज्यादा सत्कार किया गया। भट पहलगाम के स्थानीय लोगों द्वारा पर्यटकों पर दिए जाने वाले “विशेष ध्यान” का उल्लेख कर रहे थे। 22 अप्रैल को पर्यटकों पर हुए आतंकवादी हमले में 26 लोग मारे गए थे। इसके बाद कश्मीर के अधिकांश हिस्सों में पर्यटन गतिविधियां थम गयी थीं।
श्रीनगर के सिविल लाइंस क्षेत्र की निवासी अलीना जान ने कहा, इस बार सेवा प्रदाता स्थानीय लोगों के प्रति अधिक मित्रवत हैं... पिछले वर्षों में ऐसा नहीं था। अधिकांश स्थानीय पर्यटक इस बात से खुश हैं कि उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने पहलगाम में पार्क खोलने का फैसला किया है।
एक टूरिस्ट हट के मालिक मोहम्मद इशाक ने कहा, मौखिक प्रचार से बेहतर कोई विज्ञापन नहीं है....कश्मीर के विभिन्न हिस्सों से लोग ईद के तुरंत बाद यहां आना शुरू हो गए थे, लेकिन संख्या में ज्यादा वृद्धि नहीं हुई, क्योंकि सभी पार्क बंद होने के कारण उनके पास बैठने के लिए कोई जगह नहीं थी। हमें उम्मीद है कि अब इसमें बदलाव आएगा।
इशाक ने कहा कि पिछले 10 दिनों में अन्य राज्यों से भी कुछ पर्यटक पहलगाम पहुंचे हैं। अधिकतर पंजाब से आए पर्यटक थे। एक खच्चर वाले मोहम्मद रमजान ने कहा कि उनके समुदाय को उम्मीद है कि पहलगाम में पर्यटकों की बढ़ती संख्या जारी रहेगी।