कल सरदार@150 यूनिटी मार्च से गूंजेगा हरियाणा, हर जिले में निकलेगी ‘एकता पदयात्रा’
Unity March: लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती पर हरियाणा सरकार ने राज्यभर में ‘सरदार@150 यूनिटी मार्च’ के आयोजन को लेकर पूरी ताकत झोंक दी है। मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी की ओर से जारी निर्देशों के तहत राज्य के सभी 22 जिला मुख्यालयों और 90 विधानसभा क्षेत्रों में शुक्रवार से पदयात्राओं की शुरूआत होगी। ये कार्यक्रम 25 नवंबर तक चलेंगे।
बता दें कि 25 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कुरुक्षेत्र में आयोजित प्रदेश स्तरीय कार्यक्रम में बतौर मुख्यातिथि शिरकत करेंगे। पटेल जयंती पर होने वाले आयोजन का मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी फतेहाबाद में नेतृत्व करेंगे। उनके कैबिनेट सहयोगियों, सांसदों, विधायकों और विधानसभा चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशियों को भी इन आयोजनों में सक्रिय भूमिका निभाने की जिम्मेदारी दी गई है।
मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी के निर्देशों के अनुसार, प्रत्येक जिले में तीन दिन की ‘सरदार पटेल एकता पदयात्रा’ आयोजित होगी। इन पदयात्राओं का उद्देश्य राज्य में राष्ट्रीय एकता, सामाजिक सौहार्द और युवाओं में राष्ट्रभक्ति की भावना को प्रोत्साहित करना है। पदयात्रा की शुरुआत हर जिले में सरदार पटेल की प्रतिमा या चौक से होगी और समापन जिला सचिवालय, सार्वजनिक पार्क या प्रमुख स्थल पर किया जाएगा।
‘माय भारत’ मिलकर करेंगे आयोजन
राज्य के सभी उपायुक्तों (डीसी) को जिला स्तरीय समन्वय समिति गठित करने के निर्देश दिए गए हैं, जिसमें जिला प्रशासन, पुलिस, शिक्षा विभाग, नगर निकाय, एनएसएस-एनसीसी और ‘माय भारत’ संगठन की टीमें शामिल होंगी। मुख्य सचिव ने स्पष्ट किया है कि प्रत्येक जिले की जिम्मेदारी व्यक्तिगत रूप से डीसी और स्थानीय विधायक की होगी। साथ ही, हर जिले में ‘स्वच्छता टोली’ और ‘युवा टोली’ बनाई जाएगी, जो यात्रा मार्ग की सफाई, पेयजल व्यवस्था, सुरक्षा और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का प्रबंधन करेगी।
हलकों में नेतृत्व करेंगे मंत्री, सांसद और प्रत्याशी
राज्य सरकार ने इस आयोजन को ‘जन आंदोलन’ के रूप में देखने का निर्णय लिया है। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने अपने निर्देशों में कहा है कि यह सिर्फ एक सरकारी कार्यक्रम नहीं, बल्कि हरियाणा के लोगों की भागीदारी से चलने वाला राष्ट्रीय एकता का उत्सव है। सरकार ने तय किया है कि हर विधानसभा क्षेत्र की पदयात्रा में संबंधित मंत्री, सांसद, विधायक और उस क्षेत्र के पूर्व प्रत्याशी शामिल रहेंगे। सभी को क्षेत्रवार नोडल जिम्मेदारी दी गई है ताकि आयोजन की तैयारी, जनसंपर्क और भीड़ प्रबंधन में सक्रिय योगदान सुनिश्चित हो सके। महिला एवं बाल विकास, शिक्षा, नगर प्रशासन, युवा कार्यक्रम विभाग और पुलिस को लॉजिस्टिक सपोर्ट की जिम्मेदारी दी गई है।
स्वच्छता से एकता तक का संदेश
इन पदयात्राओं को केवल स्मरण समारोह तक सीमित नहीं रखा गया है, बल्कि इन्हें ‘जन-जन की यात्रा’ बनाया जा रहा है। हर जिले में स्वच्छता अभियान, नशा मुक्ति शपथ, ‘एक पेड़ मां के नाम’ वृक्षारोपण, ‘स्वदेशी भारत’ संकल्प कार्यक्रम और स्कूल-कॉलेज प्रतियोगिताएं आयोजित होंगी। साथ ही, हर यात्रा के मार्ग पर पोस्टर, झंडे और ‘एक भारत, विकसित भारत’ के बैनर लगाए जाएंगे। स्थानीय स्कूलों के विद्यार्थी सरदार पटेल के विचारों पर निबंध, चित्रकला और नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत करेंगे।
हर ठहराव पर संस्कृति और जोश का संगम
पदयात्रा मार्ग पर हर 1.5 से 2 किलोमीटर पर ‘हॉल्टिंग प्वाइंट्स’ बनाए जाएंगे, जहां सांस्कृतिक कार्यक्रम, नुक्कड़ नाटक, देशभक्ति गीत, लोक कलाकारों के प्रदर्शन और ‘स्वदेशी मेले’ आयोजित किए जाएंगे। जिला प्रशासन की ओर से पानी, छाछ, फल और प्राथमिक उपचार केंद्रों की व्यवस्था रहेगी। मुख्य सचिव ने कहा है कि हर यात्रा में युवाओं, महिलाओं और समाज के हर वर्ग की भागीदारी सुनिश्चित की जाए, ताकि यह आयोजन समावेशी और प्रेरक बने।
सोशल मीडिया पर चलेगी ‘एकता की लहर’
मुख्य सचिव ने निर्देश दिए हैं कि सभी जिला सूचना एवं जनसंपर्क अधिकारी ‘सरदार@150’ और ‘एक भारत-आत्मनिर्भर भारत’ हैशटैग के साथ रियल टाइम सोशल मीडिया कवरेज सुनिश्चित करेंगे। हर जिले में सेल्फी स्टैंड, एकता वॉल और लाइव स्ट्रीमिंग बूथ लगाए जाएंगे। साथ ही, सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसरों को अभियान से जोड़ने के लिए विशेष ब्रीफिंग सत्र होंगे।
