माधोपुर फ्लड गेट मामले में तीन अधिकारी निलंबित
पठानकोट के माधोपुर बैराज हादसे के मामले में जल संसाधन विभाग के एक कार्यकारी अभियंता समेत तीन अधिकारियों को निलंबित कर दिया है। इस मामले में एक कमेटी गठित की गयी थी। बता दें कि पिछले महीने बैराज के दो फ्लड गेट टूट गए थे, जिससे राज्य में भारी बारिश और बाढ़ की स्थिति और गंभीर हो गई थी। जो अधिकारी मौके पर पहुंचकर द्वार खोलने की कोशिश कर रहे थे, वे वहां फंस गए और उनमें से एक बाद में मृत पाया गया, जबकि बाकी को एयरलिफ्ट किया गया।
आधिकारिक आदेशों के मुताबिक, जल संसाधन विभाग के कार्यकारी अभियंता नितिन सूद, उप मंडल अधिकारी अरुण कुमार और कनिष्ठ अभियंता सचिन ठाकुर को निलंबित किया गया। यह घटना 27 अगस्त को हुई थी, जब रावी नदी में पानी के अत्यधिक प्रवाह के बाद अतिरिक्त पानी छोड़ने के लिए चलाए जा रहे ऑपरेशन के दौरान माधोपुर बैराज के 54 में से दो फ्लड गेट अचानक टूट गए।
पानी का स्तर तेजी से बढ़ने पर अधिकारियों की एक टीम मौके पर गेट को मैन्युअली खोलने गई थी। हादसे के समय रंजीत सागर बांध का जलस्तर अधिकतम क्षमता पर था और रावी नदी में दो लाख क्यूसेक से अधिक पानी छोड़ा गया था। घटना के बाद जल संसाधन मंत्री बरिंदर कुमार गोयल ने एक निजी कंपनी पर गेट की मजबूती का गलत प्रमाणपत्र देने का आरोप लगाया था।