Punjab News: धमकी भरे ई-मेल भेजने वालों को मिलेगी कड़ी सजा
मुख्यमंत्री भगवंत मान आज अमृतसर पहुंचे। श्री हरमंदिर साहिब को धमकियां मिलने के बाद यह उनका पहला दौरा है। इस दौरान मुख्यमंत्री मान ने हरमंदिर साहिब में माथा टेका और सुरक्षा का जायजा भी लिया। मुख्यमंत्री ने स्वर्ण मंदिर के संबंध में धमकी भरे ई-मेल भेजने के ‘अक्षम्य’ अपराध के लिए जिम्मेदार लोगों को कड़ी सजा दिलाने का मंगलवार को संकल्प लिया। सीएम भगवंत मान ने कहा कि श्री हरमंदिर साहिब में धमाके कहां से आए। इस संबंध में जांच की जा रही है। फिलहाल वह ज्यादा जानकारी साझा नहीं कर सकते। सभी आईपी एड्रेस मिल गए हैं। इस जगह की सुरक्षा से समझौता नहीं किया जा सकता। हम अपराधी के बहुत करीब पहुंच गए हैं। श्री दरबार साहिब पहुंचकर मुख्यमंत्री भगवंत मान ने शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी से मुलाकात की। धामी ने बताया कि मुख्यमंत्री ने सबूत मिलने के बाद उन्हें शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के साथ साझा करने का आश्वासन दिया है। ईमेल के ज़रिए श्री हरमंदिर साहिब को उड़ाने की आठ से ज़्यादा धमकियां मिली हैं। हालांकि, इस मामले के मुख्य आरोपी पुलिस की पहुंच से बाहर हैं। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि आरोपी बार-बार अपने आईपी एड्रेस बदल रहे हैं। वहीं हरियाणा के फरीदाबाद ज़िले के एक इंजीनियर शुभम दुबे को साइबर सेल पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। लेकिन पूरे मामले में मुख्य आरोपी और ईमेल भेजने वालों की पहचान नहीं हो पाई है। पिछले सोमवार से लगातार श्री हरमंदिर साहिब को आरडीएक्स से उड़ाने की धमकियां मिल रही हैं।
सीएम पहले खुद सिखी स्वरूप में आएं : जत्थेदार गड़गज
श्री अकाल तख्त साहिब के कार्यवाहक जत्थेदार ज्ञानी कुलदीप सिंह गड़गज ने श्री गुरु तेग बहादुर जी के 350वें शहीदी पर्व के संबंध में पंजाब सरकार द्वारा घोषित समारोहों के बारे में कहा कि शताब्दी समारोह मनाना खालसा पंथ का काम है और सरकारों को अपनी ज़िम्मेदारी निभाते हुए संगत के लिए आवश्यक व्यवस्थाएं और सुविधाएं उपलब्ध कराने में सहयोग करना चाहिए। जत्थेदार गड़गज ने कहा कि शताब्दी समारोह मनाने से पहले मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान पहले खुद सिखी स्वरूप में आएं। पंजाब के मंत्रियों को गुरु की सलाह माननी चाहिए और दाढ़ी कटवाना बंद कर देना चाहिए। उन्होंने कहा कि सबसे पहले मुख्यमंत्री को बेअदबी के मुकदमे बंद करने चाहिए और अमृतधारी बनना चाहिए।