जो सिंदूर मिटाने निकले थे उन्हें मिट्टी में मिलाया : मोदी
बीकानेर, 22 मई (एजेंसी)
पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारतीय सेनाओं द्वारा ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों को तबाह करने का जिक्र करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने बृहस्पतिवार को कहा कि जो सिंदूर मिटाने निकले थे, उन्हें मिट्टी में मिला दिया है। उन्होंने यह भी कहा ‘यह शोध प्रतिशोध का खेल नहीं, यह न्याय का नया स्वरूप है। यह ऑपरेशन सिंदूर है। यह सिर्फ आक्रोश नहीं है, बल्कि यह समर्थ भारत का रौद्र रूप है। यह भारत का नया स्वरूप है।’ उन्होंने कहा कि परमाणु बम की गीदड़ भभकियों से भारत डरने वाला नहीं है। उन्होंने कहा ‘पाकिस्तान के साथ न ट्रेड होगा न टॉक। बात होगी तो सिर्फ पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) की।’ बीकानेर दौरे पर आए मोदी ने पलाना में सार्वजनिक कार्यक्रम को संबोधित किया।
उन्होंने कहा कि 22 अप्रैल को आतंकवादियों ने धर्म पूछ कर हमारी बहनों की मांग का सिंदूर उजाड़ दिया था। वह गोलियां तो पहलगाम में चली थीं, लेकिन उन गोलियों से 140 करोड़ देशवासियों का सीना छलनी हुआ था। इसके बाद हर देशवासी ने एकजुट होकर संकल्प लिया था कि आतंकवादियों को मिट्टी में मिला देंगे। उन्हें कल्पना से भी बड़ी सजा देंगे।’ मोदी ने कहा, ‘आज आपके आशीर्वाद से, देश की सेना के शौर्य से, हम सब उस प्रण पर खरे उतरे हैं।’
प्रधानमंत्री ने कहा कि पहलगाम आतंकी हमले के बाद हमारी सरकार ने तीनों सेनाओं को खुली छूट दे दी थी और तीनों सेनाओं ने मिलकर ऐसा चक्रव्यूह रचा कि पाकिस्तान को घुटने टेकने के लिए मजबूर कर दिया। मोदी ने कहा, ‘22 तारीख (अप्रैल) के हमले के जवाब में हमने 22 मिनट में आतंकियों के नौ सबसे बड़े ठिकाने तबाह कर दिए।’ उन्होंने कहा कि दुनिया ने ....और देश के दुश्मनों ने भी देख लिया कि जब सिंदूर बारूद बन जाता है तो नतीजा क्या होता है।’
पीएम ने भारत के सम्मान से समझौता किया : राहुल
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत के सम्मान से समझौता कर लिया है। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष ने यह सवाल भी किया कि प्रधानमंत्री ने पाकिस्तान की बात पर भरोसा क्यों किया? उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी द्वारा पिछले दिनों दिए गए राष्ट्र के नाम संबोधन के अंश का वीडियो ‘एक्स’ पर साझा किया, जिसमें मोदी ने कहा है कि सैन्य अभियान महानिदेशक (डीजीएमओ) स्तर पर संवाद के दौरान पाकिस्तान ने भरोसा दिलाया कि उसकी ओर से आगे कोई आतंकी गतिविधि और सैन्य दुस्साहस नहीं दिखाया जाएगा, जिसके बाद भारत ने भी उसकी बात पर विचार किया।