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तीन हफ्तों में तीसरी मुठभेड़, कैप्टन समेत चार शहीद

जम्मू-कश्मीर डोडा के जंगलों में आतंकियों की घेराबंदी

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डोडा में मंगलवार को आतंकवादियों के खिलाफ अभियान में तैनात सुरक्षा कर्मी। - प्रेट्र
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जम्मू, 16 जुलाई (एजेंसी)

जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले में भारी हथियारों से लैस आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में गंभीर रूप से घायल हुए एक कैप्टन समेत चार सैनिक शहीद हो गए। अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी देते हुए बताया कि आतंकियों की तलाश और उनके सफाये के लिए अतिरिक्त बल भेजा गया है। शहीद हुए सैनिकों की पहचान कैप्टन बृजेश थापा, नायक डी राजेश, सिपाही बिजेन्द्र और सिपाही अजय के रूप में हुई है।

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अधिकारियों ने बताया कि राष्ट्रीय राइफल्स और जम्मू-कश्मीर पुलिस के विशेष अभियान समूह के जवानों ने सोमवार देर शाम डोडा शहर से लगभग 55 किलोमीटर दूर देसा वन क्षेत्र के धारी गोटे उरबागी में घेराबंदी और तलाशी अभियान चलाया, जिसके बाद मुठभेड़ शुरू हो गई। कुछ देर गोलीबारी के बाद आतंकवादियों ने भागने की कोशिश की, लेकिन एक अधिकारी के नेतृत्व में बहादुर जवानों ने दुर्गम इलाके और घने जंगल के बावजूद उनका पीछा किया, जिसके बाद रात करीब नौ बजे जंगल में फिर से गोलीबारी हुई। मुठभेड़ में पांच सैनिक गंभीर रूप से घायल हो गए, जिन्होंने बाद में दम तोड़ दिया।

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कैप्टन बृजेश थापा, सिपाही बिजेन्द्र, अजय कुमार सिंह और नायक डी राजेश। (फाइल फोटो -प्रेट्र )

पिछले तीन सप्ताह में डोडा जिले के जंगलों में सुरक्षाबलों और आतंकवादियों के बीच यह तीसरी बड़ी मुठभेड़ है। यह ताजा घटना कठुआ जिले के दूरस्थ माचेड़ी वन क्षेत्र में सेना के गश्ती दल पर आतंकवादियों द्वारा घात लगाकर किए हमले के एक सप्ताह बाद हुई है, जिसमें पांच सैनिक शहीद और कई घायल हो गए थे।

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि भारतीय सेना के हमारे बहादुर और साहसी जवानों की मौत से बहुत दुखी हूं। देश हमारे जवानों के परिवारों के साथ खड़ा है जिन्होंने कर्तव्य का पालन करते हुए अपनी जान न्यौछावर कर दी। साथ ही उन्होंने कहा कि सुरक्षाबल आतंकवाद के संकट को खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। वहीं, थल सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने आतंकवाद रोधी अभियान के बारे में रक्षा मंत्री को जानकारी दी।

जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और सेना प्रमुख उपेंद्र द्विवेदी समेत सेना के सभी रैंक के अधिकारियों ने शहीद सैनिकों को श्रद्धांजलि दी। राज्यपाल सिन्हा ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘हम अपने सैनिकों की शहादत का बदला लेंगे और आतंकवादियों तथा उनके मददगारों के नापाक मंसूबों को नाकाम करेंगे।’ इस बीच, जम्मू में पाकिस्तान के विरोध में प्रदर्शन हुआ। प्रदर्शनकारियों ने पड़ोसी देश के खिलाफ नारे लगाते हुए उसके पुतले फूंके।

तलाशी अभियान तेज : अधिकारियों ने बताया कि सेना और पुलिस ने सोमवार रात को ही अतिरिक्त बल को रवाना कर दिया था और मंगलवार सुबह अधिक संख्या में जवानों के साथ क्षेत्र में नये सिरे से तलाशी अभियान शुरू किया गया।

जम्मू क्षेत्र में हमले बढ़े

जम्मू क्षेत्र में इस साल एक जनवरी से अब तक हुए आतंकवादी हमलों में सेना के एक कैप्टन सहित 12 सुरक्षाकर्मी शहीद हो चुके हैं, 10 नागरिकों की मौत हुई है।

8 जुलाई : कठुआ में पांच सैन्यकर्मी शहीद और पांच घायल हुए।

7 जुलाई : राजौरी में सुरक्षा चौकी पर हमले में एक सैन्यकर्मी घायल।

26 जून : डोडा में 3 विदेशी आतंकवादी ढेर।

12 जून : डोडा में एक पुलिसकर्मी घायल।

11/12 जून : कठुआ जिले में दो विदेशी आतंकवादी ढेर, सीआरपीएफ का एक जवान शहीद। डोडा में 6 जवान घायल।

9 जून : रियासी में बस पर हमले में नौ तीर्थयात्री मारे गए और 42 घायल।

4 मई : पुंछ में एक वायुसेना कर्मी शहीद।

28 अप्रैल : उधमपुर में ग्राम प्रहरी की हत्या।

22 अप्रैल : राजौरी में एक सरकारी कर्मचारी की हत्या।

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