नयी दिल्ली, 26 अक्तूबर (एजेंसी)
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के नेतृत्व में हुई पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की बैठक में मंगलवार को निर्णय लिया गया कि देश में व्यापक सदस्यता अभियान चलाने के साथ ही भाजपा एवं आरएसएस की ओर से तैयार किए गए ‘नफरत के माहौल’ के खिलाफ प्रशिक्षण कार्यक्रम के जरिये ‘वैचारिक युद्ध’ छेड़ा जाएगा तथा भाईचारे को बढ़ाने का प्रयास किया जाएगा। पार्टी महासचिवों, प्रदेश प्रभारियों और प्रदेश अध्यक्षों की बैठक में सोनिया गांधी ने पार्टी के भीतर अनुशासन एवं एकजुटता बनाए रखने पर जोर दिया और कहा कि पार्टी में राज्य स्तर के नेताओं के बीच नीतिगत मुद्दों पर स्पष्टता एवं समन्वय का अभाव दिखता है।
उन्होंने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा और पार्टी नेताओं एवं कार्यकर्ताओं का आह्वान किया कि अगर लड़ाई जीतनी है तो जनता के समक्ष भाजपा तथा आएसएस के ‘दुष्प्रचार’ को बेनकाब करना होगा।
बैठक के बाद कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, ‘बैठक में तीन निर्णय लिये गये हैं। पहला यह है कि विशाल सदस्यता अभियान चलाया जाएगा…कांग्रेस के लोग हर गांव, वार्ड और मोहल्ले में सदस्यता फार्म लेकर जाएंगे और लोगों को कांग्रेस से जोड़ेंगे।’ सुरजेवाला ने कहा, ‘इस बैठक में दूसरा फैसला यह किया गया कि प्रशिक्षण कार्यक्रम के माध्यम से देश में, भाजपा एवं आरएसएस द्वारा पैदा किए गए नफरत के माहौल के खिलाफ वैचारिक युद्ध शुरू किया जाएगा।’ उन्होंने बताया, ‘बैठक में यह निर्णय भी लिया गया है कि जमीनी स्तर पर जन आंदोलन किया जाएगा। अर्थव्यवस्था, बेरोजगारी व महंगाई के खिलाफ 14 से 29 नवंबर तक जन-जागरण किया जाएगा।’
पार्टी मुख्यालय में हुई इस बैठक में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी, संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल तथा अन्य महासचिव, प्रभारी एवं प्रदेश कांग्रेस कमेटियों के अध्यक्ष शामिल हुए।