आत्म साक्षात्कार के लिए भी हैं जड़ी-बूटियां : स्वामी रामदेव
पतंजलि योगपीठ के महामंत्री आचार्य बालकृष्ण का जन्मदिन पतंजलि वैलनेस में जड़ी-बूटी दिवस के रूप में मनाया गया। स्वामी रामदेव व आचार्य बालकृष्ण ने लोगों को रक्तदान व वृक्षारोपण के लिए प्रेरित किया। स्वामी रामदेव ने आचार्य को जन्मदिवस की शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि आचार्य का जन्मदिवस मनाना तो मात्र एक बहाना है, इसका मुख्य उद्देश्य है कि भारत माता के प्रत्येक घर में नहीं संपूर्ण धरती के आंगन में जड़ी-बूटियां शोभायमान हों और संपूर्ण मानवता उनसे स्वास्थ्य व सुख पाए। उन्होंने कहा कि जड़ी-बूटियां मात्र उपचार के लिए नहीं, अपितु आत्म साक्षात्कार के लिए भी हेतु हैं। आचार्य बालकृष्ण ने कहा कि जड़ी-बूटियां हमसे नहीं हैं, अपितु जड़ी-बूटियों से हम हैं। हमें अपने जीवन की रक्षा करनी है तो जड़ी बूटियों काे बचाना जरूरी है। इसलिए पतंजलि का जड़ी-बूटी दिवस सम्पूर्ण मानवता के जीवन को बचाने का एक उपक्रम है, जड़ी बूटियां नही होंगी, पेड़ पौधे नहीं होंगे, तो मानव का जीवन का अस्तित्व भी नहीं रह सकता। उन्होंने देशवासियों से आह्वान किया कि अधिक से अधिक संख्या में जड़ी-बूटियां रोपित कर स्वास्थ्य व पर्यावरण की रक्षा करें।
कार्यक्रम में आचार्य द्वारा रचित 11 पुस्तकों का विमोचन किया गया। पतंजलि रिसर्च फाउंडेशन के निर्देशन में एम्स ऋषिकेश तथा हिमालयन हॉस्पिटल के ब्लड बैंक की टीम ने शिविर में लगभग 450 यूनिट रक्तदान किया। लगभग 588 लोगों ने नेत्रों की जांच करवाई तथा 207 लोगों काे निशुल्क चश्मों का वितरण किया गया। पतंजलि दंत चिकित्सा एवं अनुसंधान केन्द्र के माध्यम से लगभग 470 लोगों की निशुल्क दंत परीक्षण व चिकित्सा कर निशुल्क डेंटल किट वितरण की गई।