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... तो साबित कर देंगे मोदी वोट चोरी से पीएम बने : राहुल

बेंगलुरू की वोट अधिकार रैली में दोहराए आरोप, चुनाव आयोग पर साधा निशाना
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बेंगलुरू में शुक्रवार को ‘वोट अधिकार रैली’ में लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी एवं कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे। -प्रेट्र
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लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने दावा किया कि यदि चुनाव आयोग इलेट्रॉनिक डाटा उपलब्ध करा दे तो कांग्रेस साबित कर देगी कि नरेंद्र मोदी ‘वोट चोरी’ कर देश के प्रधानमंत्री बने हैं। राहुल गांधी ने शुक्रवार को बेंगलुरू में आयोजित ‘वोट अधिकार रैली’ में चुनाव आयोग पर फिर अपने आरोप दोहराये।

राहुल ने कहा, ‘संविधान हर नागरिक को एक वोट का अधिकार देता है, उस पर चुनाव आयोग और उसके अधिकारी आक्रमण कर रहे हैं। जो अधिकारी ऐसे कर रहे हैं, वो नहीं बचेंगे। समय लगेगा, लेकिन हम उन्हें पकड़ेंगे।’ उन्होंने संविधान की प्रति दिखाते हुए कहा, ‘अगर आप (अधिकारी) इस पर आक्रमण करेंगे तो हम अाप पर आक्रमण करेंगे।’ राहुल गांधी ने कहा, ‘हमारी मांग है कि चुनाव आयोग पूरे देश की मतदाता सूची को डिजिटल स्वरूप में प्रदान करे और सीसीटीवी फुटेज दे। ... वोट चोरी सिर्फ कर्नाटक में नहीं, बल्कि पूरे हिंदुस्तान में की गई है।’ राहुल गांधी ने यह भी दोहराया कि सिर्फ 25 सीटों के कारण आज मोदी प्रधानमंत्री के पद पर हैं। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में सिर्फ पांच महीने के भीतर एक करोड़ नए मतदाताओं ने वोट दिया और इन सभी ने भाजपा को वोट दिया। गौर हो कि एक दिन पहले कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने बेंगलुरू के महादेवपुरा विधानसभा क्षेत्र का डाटा सामने रखते हुए आरोप लगाया था कि मतदाता सूची में हेरफेर करके ‘वोट चोरी’ का मॉडल भाजपा को फायदा पहुंचाने के लिए लागू किया गया है।

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इस बीच, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने चुनाव आयोग हलफनामे के पीछे छिपने की कोशिश कर रहा है। उधर, विपक्षी दलों के सदस्यों ने बिहार में मतदाता सूची रिवीजन मुद्दे पर शुक्रवार को भी लोकसभा में हंगामा किया, जिसके कारण सदन की कार्यवाही दो बार के स्थगन के बाद दिनभर के लिए स्थगित कर दी गई।

‘घोषणापत्र पर हस्ताक्षर करें या माफी मांगें’

निर्वाचन आयोग के सूत्रों ने कहा कि यदि राहुल को नियमों के तहत घोषणापत्र पर हस्ताक्षर करने एवं हेर-फेर वाली मतदाता सूची के नामों को प्रस्तुत करने में समस्या नहीं होनी चाहिए। घोषणापत्र पर हस्ताक्षर नहीं करने का मतलब होगा कि उन्हें ‘बेतुके आरोपों’ पर विश्वास नहीं है तथा ऐसी स्थिति में उन्हें देश से माफी मांगनी चाहिए। कम से कम तीन राज्यों के मुख्य निर्वाचन अधिकारियों (सीईओ) ने नाम साझा करने को कहा।

‘क्या आयोग भाजपा का एजेंट बन चुका है’

राहुल गांधी ने निर्वाचन आयोग पर पलटवार किया। उन्होंने कहा कि संसद में संविधान की शपथ ली है तथा इस संवैधानिक संस्था को बताना चाहिए कि क्या वह भाजपा की एजेंट बन गई है। उन्होंने दावा किया कि आज जब देश की जनता मतदाता सूची के डाटा को लेकर सवाल पूछ रही है तो चुनाव आयोग ने अपनी वेबसाइट ही बंद कर दी क्योंकि आयोग जानता है कि जनता उनसे सवाल पूछने लगी तो उनका पूरा ढांचा ढह जाएगा।

इनका दावा ‘जिस डाल पर बैठे उसी को काटने’ जैसा : भाजपा

राहुल के दावों पर भाजपा नेता एवं केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने कहा कि राहुल की भाषा धमकी भरी है, उनके आरोप ‘जिस डाल पर बैठे हों उसी को काटने’ जैसा है। उन्होंने कहा कि राहुल ने पूर्व में सशस्त्र बलों का भी अपमान किया। भाजपा नेता ने कहा कि गलत दावे करने के लिए उन्हें सुप्रीम कोर्ट से माफी मांगनी पड़ी।

सिर्फ भाजपा के प्रति जिम्मेदारी से बचे आयोग : प्रियंका

कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा, ‘अगर निर्वाचन आयोग को लगता है कि उनकी जिम्मेदारी सिर्फ भाजपा के प्रति है, तो उन्हें इस पर पुनर्विचार करना होगा क्योंकि जैसा मेरे भाई ने कहा, एक दिन ऐसा आएगा जब दूसरे लोग सत्ता में होंगे और फिर जिन लोगों ने हमारे लोकतंत्र को पूरी तरह से बर्बाद करने में सांठगांठ की है, उन्हें इसका जवाब देना होगा।’

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