पत्नियां उस पार, इधर पति कर रहे इंतजार
नीरज बग्गा/ ट्रिन्यू
अटारी, 26 अप्रैल
भारत में ब्याही पाकिस्तान की कई महिलाओं के सामने भी सरहद की दीवार खड़ी हो गयी है। अपने परिवारों से मिलने उस पार मायके गयीं महिलाओं को पाकिस्तानी अधिकारियों द्वारा वाघा-अटारी बॉर्डर के जरिये भारत में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी जा रही। इधर, पत्नी व बच्चों को लेने अटारी पहुंचे पतियों का कहना है कि ‘नो ऑब्जेक्शन रिटर्निंग वीजा’ (नोरी) होने के बावजूद पाकिस्तान सरकार उनके परिवार को भारत नहीं आने दे रही।
अपनी पाकिस्तानी नागरिक पत्नी प्रिया को लेने महाराष्ट्र के जलगांव जिले से आये डॉ. विक्रम उदासी अटारी सीमा पर दाैड़भाग कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘48 घंटे की समय सीमा का पता चलते ही पत्नी 25 हजार वाला हवाई टिकट 80 हजार रुपये में लेकर 24 अप्रैल की सुबह कराची से लाहौर पहुंची। लेकिन, पाकिस्तानी अधिकारियों ने अनुमति नहीं दी।’ प्रिया के पास 2026 तक का लॉन्ग टर्म वीजा है, जबकि उनके चार साल के बच्चे के पास भारतीय पासपोर्ट है और वह अपनी मां के साथ है। कोल्हापुर से आये ऋषि कुमार ने कहा कि वह अपनी पत्नी सविता कुमारी (पाकिस्तानी नागरिक) और दो जुड़वा बच्चों को लेने के लिए तीन दिनों से यहां डेरा डाले हुए हैं। उन्होंने बताया कि सविता लॉन्ग टर्म वीजा धारक हैं और अनिवार्य अवधि पूरी करने के बाद वह भारतीय राष्ट्रीयता के लिए पात्र होंगी। ऋषि के अनुसार, पत्नी ने सुबह फोन पर बताया था कि भारतीयों से विवाहित लगभग 50 पाकिस्तानी महिलाएं अटारी से भारत आने के लिए लाहौर में इंतजार कर रही हैं।
शादी करने पाक नहीं जा पाया बाड़मेर का दूल्हा
जयपुर (एजेंसी) : अटारी-वाघा बॉर्डर बंद किये जाने के कारण राजस्थान के सीमावर्ती जिले बाड़मेर के एक युवक की शादी अटक गयी है। दूल्हा अपने परिवार के साथ अटारी पहुंचा था, लेकिन अधिकारियों ने उन्हें लौटा दिया। बाड़मेर जिले के इंद्रोई गांव के निवासी शैतान सिंह (25) की शादी 30 अप्रैल को पाकिस्तान के सिंध प्रांत के अमरकोट शहर में होनी थी।