संगम की रेती पर बसा है शहीदों का गांव
हरि मंगल
महाकुंभनगर, 4 फरवरी
चारों ओर गहमागहमी और हर-हर गंगे की गूंज के बीच प्रयागराज के संगम तट पर एक ‘गांव’ ऐसा भी है जहां भावनाओं का समंदर उमड़ता-घुमड़ता है। असल में संगम की इस रेती पर संत बालक योगेश्वर दास द्वारा बसाये गये ‘शहीदों के गांव’ में देश पर न्योछावर हो चुके रणबांकुरों के परिजन आ रहे हैं।
बाबा बालक योगेश्वर दास का धार्मिक अनुष्ठान प्रमुख रूप से शहीद परिवारों के लिये चल रहा है। ज्यादातर परिवार कारगिल, 26/11, कश्मीर और पुलवामा से जुड़े हैं। दास ने कहा, ‘मैं भी साधना में लीन रहता था। कारगिल युद्ध के बाद मेरी मुलाकात शहीद अजय जसरोटिया की मां से हुई। उनकी वेदना सुन कर मन में बहुत पीड़ा हुई और इन शहीद परिवारों के लिये कुछ करने की इच्छा हुई।’ अपनी कार्यप्रणाली पर वह बोले, ‘मैंने परिवारों को आपस में जोड़ा। इससे उनको आभास हुआ कि दूसरे का दुख हमसे ज्यादा है। कारगिल युद्ध के बाद तमाम शहीद परिवार वहां जाना चाहते थे। मैने एक प्लेन बुक किया लेकिन उसमें भी जगह कम पड़ गई।’ उन्होंने कहा, ‘अब हर वर्ष द्रास में विजय दिवस पर विष्णु महायज्ञ करता हूं। शहीद परिवारों को अपने खर्च पर ले जाता हूं।’ महाकुंभ में योगेश्वर दास जी के शिविर में अति विष्णु महायज्ञ चल रहा है। यज्ञ मंडप के ऊपर तिरंगा लहरा रहा है।
ऐसे पहुंचते हैं शहीदों के परिजन
इस गांव में 50 प्लाइवुड शिविर और कुछ स्विस कार्टेज तैयार किये गये हैं। शहीदों के परिजन को बुलाते हैं। रात्रि में दास उन परिवारों के साथ बैठकर राष्ट्रभक्ति गीत और प्रेरक प्रसंग सुनातेे हैं।
भावुक हुए शहीद कैप्टन बत्रा के पिता
शहीद कैप्टन विक्रम बत्रा के पिता यहां आकर भावुक हो गये। कैप्टन बत्रा को परमवीर चक्र दिया गया था। उनके पिता गिरधारी लाल बोले, ‘बस जिये जा रहा हूं। ईश्वर मेरे बेटे को स्वर्ग, मोक्ष या उससे भी कुछ ज्यादा कुछ दे सकता है तो दे दे। इसीलिये अब हम महाराज जी की शरण में हैं।
भूटान नरेश संग सीएम योगी ने लगाई डुबकी
भूटान के राजा जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ संग त्रिवेणी संगम में पवित्र डुबकी लगाई। भूटान नरेश ने संगम में आस्था की डुबकी लगाने के बाद अक्षय वट और बड़े हनुमान मंदिर में भी दर्शन किया।
भगदड़ को बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया जा रहा है : हेमा मालिनी
नयी दिल्ली (एजेंसी) : भाजपा सांसद हेमा मालिनी ने मंगलवार को संसद भवन परिसर में कहा कि महाकुंभ में भगदड़ कोई ‘बड़ी घटना’ नहीं थी और इसे ‘बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया जा रहा है।’ उन्होंने यह भी कहा कि इस धार्मिक आयोजन को बहुत अच्छी तरह से प्रबंधित किया गया है। गौर हो कि प्रयागराज में जारी महाकुंभ में 29 जनवरी को मौनी अमावस्या के मौके पर भगदड़ मच गई जिसमें 30 लोगों की जान चली गयी।