‘दीन दयाल लाडो लक्ष्मी योजना’ की दूसरी किस्त जारी, 7 लाख से ज्यादा महिलाओं खातों में पहुंचे 148 करोड़
Deen Dayal Lado Laxmi Yojana: हरियाणा सरकार ने महिलाओं के आर्थिक और सामाजिक सशक्तिकरण की दिशा में एक और बड़ा कदम बढ़ाते हुए बुधवार को ‘दीन दयाल लाडो लक्ष्मी योजना’ की दूसरी किस्त जारी कर दी। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने बताया कि इस दूसरी किस्त के साथ राज्य की 7 लाख 1 हजार 965 लाभार्थी बहनों के खातों में लगभग 148 करोड़ रुपये सीधा ट्रांसफर किए गए।
यह योजना बीजेपी के 2024 के विधानसभा चुनावी संकल्प-पत्र में किया गया प्रमुख वादा था, जिसे नायब सिंह सैनी सरकार ने अपने कार्यकाल के केवल एक वर्ष के भीतर पूरा कर दिया है। इस योजना के तहत बहन-बेटियों को 2100 रुपये की मासिक सहायता दी जाती है, जो अब हर तीन महीने की संयुक्त किस्त के रूप में जारी की जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सिर्फ आर्थिक सहयोग नहीं, बल्कि महिलाओं के आत्मसम्मान, आत्मनिर्भरता और सामाजिक भागीदारी को मजबूत करने की दिशा में ऐतिहासिक कदम है।
इस अवसर पर सामाजिक न्याय अधिकारिता अनुसूचित जाति एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण एवं अंत्योदय (सेवा) मंत्री कृष्ण कुमार बेदी, विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. जी. अनुपमा, सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा विभाग के महानिदेशक केएम पांडुरंग, सेवा विभाग के निदेशक प्रशांत पंवार, पब्लिक रिलेशन डिपार्टमेंट की अतिरिक्त निदेशक वर्षा खांगवाल सहित कई अधिकारी मौजूद रहे। सीएम ने कहा कि इस ऐतिहासिक पहल के साथ हरियाणा महिलाओं के सम्मान और सशक्तिकरण के नए अध्याय की ओर बढ़ चुका है।
एप से आवेदन, 48 घंटे में वेरिफिकेशन
मुख्यमंत्री सैनी ने जानकारी दी कि ‘लाडो लक्ष्मी मोबाइल एप’ के माध्यम से आवेदन प्रक्रिया पूरी तरह डिजिटल और पारदर्शी है। 30 नवंबर तक इस ऐप पर कुल 9 लाख 592 महिलाओं ने पंजीकरण कराया है, जिनमें से 7 लाख 1 हजार 965 महिलाएं पात्र पाई गई हैं। इनमें से 5 लाख 58 हजार 346 आवेदिकाओं ने आधार ई-केवाईसी पूरी कर ली है, जबकि 1 लाख 43 हजार 619 महिलाओं की प्रक्रिया लंबित है।
मुख्यमंत्री ने अपील करते हुए कहा कि जिन महिलाओं का सत्यापन अधूरा है, वे जल्द से जल्द लास्ट स्टेप पूरा करें ताकि अगली किस्त से उन्हें भी लाभ मिल सके। उन्होंने बताया कि आवेदन पूरा होते ही 24 से 48 घंटे के अंदर वेरिफिकेशन हो जाता है और पात्र महिलाओं को एसएमएस के माध्यम से अंतिम चरण के लिए निर्देश मिलते हैं, जिसमें लाइव फोटो अपलोड और आधार सत्यापन शामिल है।
दूसरे राज्यों पर भी टिप्पणी - वादा किया, पर निभाया नहीं
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि हरियाणा सरकार वादे करती नहीं, उन्हें पूरा करती है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि पंजाब में आम आदमी पार्टी ने महिलाओं को वित्तीय सहायता का वादा किया था, लेकिन आज तक एक भी महिला को लाभ नहीं मिला। इसी तरह हिमाचल प्रदेश में सुखविंद्र सिंह सुक्खू की अगुवाई वाली कांग्रेस सरकार ने भी महिलाओं को आर्थिक सहायता देने का वादा किया था, पर वह भी आज तक अधूरा है। उन्होंने कहा कि राजनीति में घोषणा करना आसान है, लेकिन उसे जमीनी स्तर पर लागू करना असली नेतृत्व की पहचान है और हरियाणा सरकार इस पहचान पर खरी उतरी है।
सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास
मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘दीन दयाल लाडो लक्ष्मी योजना’ अकेला प्रयास नहीं है, बल्कि हरियाणा सरकार की सतत सामाजिक कल्याण की नीति का हिस्सा है। उन्होंने बताया कि हर घर हर गृहिणी योजना के तहत 15 लाख से अधिक महिलाओं को केवल 500 में रसोई गैस सिलेंडर उपलब्ध कराया जा रहा है। प्रदेश में किडनी रोगियों को मुफ्त डायलिसिस सुविधा उपलब्ध है। हरियाणा देश का पहला राज्य है जहां न्यूनतम समर्थन मूल्य पर किसानों की फसल 100 प्रतिशत खरीदी जा रही है।
महिलाओं का उत्साह और बढ़ता विश्वास
मुख्यमंत्री के अनुसार, योजना को मिल रहा रिस्पॉन्स बताता है कि हरियाणा की महिलाएँ अब सरकारी योजनाओं को अपने जीवन की प्रगति का साधन मान रही हैं। प्रतिदिन 3 से 4 हजार नई महिलाएं इस एप पर रजिस्ट्रेशन कर रही हैं। उन्होंने कहा कि यह योजना एक आर्थिक सहायता नहीं, बल्कि मातृशक्ति को सम्मान देने का प्रयास है। सरकार हरियाणा की बहनों और बेटियों को मजबूत, सुरक्षित और आर्थिक रूप से सक्षम देखना चाहती है।
बंगाल में महिलाओं और हिन्दुओं पर बढ़ रहा अत्याचार : सैनी
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर बड़ा हमला बोलते हुए आरोप लगाया कि उनकी सरकार एक विशेष समुदाय को साधने में लगी हुई है, जबकि बाकी जनता खासकर हिन्दू और महिलाएं लगातार उत्पीड़न का शिकार हो रही हैं। उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी एक महिला मुख्यमंत्री हैं, लेकिन इसके बावजूद बंगाल में महिलाओं की सुरक्षा की स्थिति बेहद खराब होती जा रही है, जो बेहद चिंता का विषय है।
बुधवार को यहां हरियाणा निवास में पत्रकारों से बातचीत के दौरान मुख्यमंत्री सैनी ने कहा कि पश्चिम बंगाल सरकार संवैधानिक मूल्यों के संरक्षण में विफल रही है और वहां साफ तौर पर वोटबैंक आधारित राजनीति हो रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि ममता बनर्जी बाहरी लोगों को बसाकर राजनीतिक फायदा उठाने की कोशिश कर रही हैं, जिससे प्रदेश की सामाजिक संरचना कमजोर हो रही है और इसी के चलते आज एसआईआर जैसे आंदोलन सामने आ रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इसके विपरीत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार की सभी योजनाएँ 140 करोड़ भारतीयों के समग्र कल्याण के उद्देश्य को लेकर चल रही हैं, चाहे वह उज्ज्वला योजना हो, आयुष्मान भारत, पीएम किसान सम्मान निधि या फिर सुरक्षित भारत मिशन। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार का उद्देश्य जाति, धर्म या क्षेत्र नहीं, बल्कि देश के हर नागरिक तक विकास का लाभ पहुंचाना है।
पंजाब सरकार द्वारा महिलाओं के लिए घोषित योजनाओं पर सवाल उठाते हुए मुख्यमंत्री सैनी ने आम आदमी पार्टी पर भी हमला बोला।
उन्होंने कहा कि पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार सिर्फ शोर मचाने में सक्षम है, लेकिन जमीनी स्तर पर काम करने में पूरी तरह विफल है। कांग्रेस पर भी निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस हो या इंडी गठबंधन की अन्य पार्टियां, सब राजनीति में शोर अधिक और काम कम करने वाली पार्टियां बनकर रह गई हैं। मुख्यमंत्री ने दोहराया कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ही वास्तविक रूप से जनता के भविष्य को सुरक्षित और मजबूत बनाने का काम कर रही है, जबकि विपक्ष केवल राजनीतिक भ्रम और बयानबाजी तक सीमित है।
