नयी दिल्ली, 11 अगस्त (एजेंसी)
राज्यसभा में मंगलवार को हुई घटना पर बुधवार को क्षोभ व्यक्त करते हुए सभापति एम वेंकैया नायडू भावुक हो गये। उन्होंने रुंधे गले से कहा कि वह कल रात सो नहीं सके, क्योंकि लोकतंत्र के मंदिर की पवित्रता भंग की गयी। नायडू ने कहा, ‘जिस तरह कल सदन की पवित्रता भंग की गई, उससे मैं बेहद दुखी और आहत हूं। कुछ सदस्य सदन की आधिकारिक मेज पर चढ़ गए, कुछ मेज पर बैठ गए… मेरे पास अपनी पीड़ा जाहिर करने और कल की घटना की निंदा करने के लिए शब्द नहीं हैं।’ सभापति ने कहा कि आधिकारियों की मेज और उसके आसपास का हिस्सा सदन के पवित्र गर्भ गृह की तरह है। मंगलवार को विपक्षी दलों के कुछ सदस्य आधिकारिक मेज पर चढ़ गये थे, उन्होंने काले कपड़े लहराए और कुछ दस्तावेज फेंके। आधिकारिक मेज पर राज्यसभा के महासचिव, अधिकारी और रिपोर्टर काम करते हैं।
ओबीसी विधेयक पर संसद की मुहर
राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को अन्य पिछड़ा वर्गों (ओबीसी) की अपनी सूची बनाने का अधिकार प्रदान करने वाले महत्वपूर्ण संविधान संशोधन विधेयक को बुधवार को संसद की मंजूरी मिल गयी। राज्यसभा में करीब 6 घंटे की चर्चा के बाद ‘संविधान (127वां संशोधन) विधेयक, 2021′ को शून्य के मुकाबले 187 मतों से पारित कर दिया गया। सदन में इस विधेयक पर विपक्षी सदस्यों द्वारा लाये गये संशोधनों को खारिज कर दिया गया। यह विधेयक लोकसभा में मंगलवार को पारित हो चुका है। आरक्षण की 50 फीसदी सीमा समाप्त करने की विभिन्न दलों की मांग के बीच सरकार ने राज्यसभा में माना कि 30 साल पुरानी आरक्षण संबंधी सीमा के बारे में विचार किया जाना चाहिए। विधेयक पर हुई चर्चा का जवाब देते हुए सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री वीरेन्द्र सिंह ने कहा कि सदन में इस संविधान संशोधन के पक्ष में सभी दलों के सांसदों से मिला समर्थन स्वागत योग्य है। उन्होंने विधेयक लाए जाने की पृष्ठभूमि, महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण को लेकर उच्चतम न्यायलय के फैसले का भी जिक्र किया।
ओबीसी में क्रीमी लेयर : केंद्र सरकार ने बुधवार को राज्यसभा में को बताया कि ओबीसी में क्रीमी लेयर तय करने के लिए आय के मानदंड में संशोधन का एक प्रस्ताव उसके पास विचाराधीन है। एक प्रश्न के लिखित जवाब में सामाजिक व अधिकारिता राज्य मंत्री प्रतिमा भौमिक ने यह जानकारी दी।