रोहतक में आत्महत्या करने वाले ASI संदीप कुमार के घर पहुंचे CM नायब सिंह सैनी
Rohtak ASI Suicide Case: कहा- पारिवारिक सदस्यों से बातचीत की और मामले में निष्पक्ष जांच का वादा किया
Rohtak ASI Suicide Case: हरियाणा पुलिस के एएसआई संदीप कुमार लाठर की आत्महत्या के बाद पोस्टमार्टम को लेकर गतिरोध बरकरार है। इस बीच बुधवार को मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी एएसआई के घर पहुंचे और पारिवारिक सदस्यों से बातचीत की और मामले में निष्पक्ष जांच का वादा किया। हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि परिजन पोस्टमार्टम को लेकर सहमत हुए हैं या नहीं।
सुबह परिवार ने स्पष्ट कर दिया था कि जब तक संदीप के सुसाइड नोट में नामजद लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज नहीं की जाती, तब तक शव पुलिस को नहीं सौंपा जाएगा। संदीप का शव फिलहाल लाढ़ौत गांव स्थित उनके मामा के घर पर रखा गया है, जहां ग्रामीण भी परिवार के समर्थन में जुटे हुए हैं।
परिवार का आरोप है कि आत्महत्या से पहले संदीप ने चार पन्नों के सुसाइड नोट में कुछ वरिष्ठ अधिकारियों और दिवंगत आईपीएस अधिकारी वाई. पूरन कुमार के सहयोगियों पर भ्रष्टाचार और जातिगत उत्पीड़न के गंभीर आरोप लगाए थे। परिवार की मांग है कि इन आरोपों पर तत्काल केस दर्ज कर निष्पक्ष जांच शुरू की जाए।
संदीप के चचेरे भाई संजय ने कहा, “हम तब तक शव पोस्टमार्टम के लिए नहीं देंगे जब तक सुसाइड नोट में जिनका नाम है, उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज नहीं की जाती। हमारे भाई ने भ्रष्टाचार उजागर करने के लिए अपनी जान दी है।”
मंगलवार देर रात रोहतक के एएसपी प्रतीक अग्रवाल, एसडीएम आशीष कुमार समेत प्रशासनिक अधिकारियों ने परिवार से मुलाकात कर उन्हें मनाने की कोशिश की, लेकिन वार्ता बेनतीजा रही। गांव में तनावपूर्ण माहौल को देखते हुए पुलिस बल तैनात किया गया है।
मंगलवार दोपहर एएसआई संदीप कुमार ने लाढ़ौत गांव के बाहरी क्षेत्र में स्थित एक कमरे में अपनी सर्विस पिस्टल से खुद को गोली मार ली थी। वह रोहतक एसपी कार्यालय के साइबर सेल में तैनात थे। घटनास्थल से चार पन्नों का सुसाइड नोट बरामद हुआ, जिसमें संदीप ने दिवंगत आईपीएस वाई. पूरन कुमार और उनके अधीनस्थों पर गंभीर आरोप लगाए थे।
साथ ही, आत्महत्या से पहले संदीप ने 6 मिनट 28 सेकंड का एक वीडियो भी रिकॉर्ड किया था, जिसमें संदीप ने डीजीपी शत्रुजीत कपूर और पूर्व रोहतक एसपी नरेंद्र बिजारनिया की ईमानदारी की सराहना की थी। यह वीडियो अब पुलिस जांच के दायरे में है।
वाई. पूरन कुमार ने भी 7 अक्तूबर को चंडीगढ़ में आत्महत्या की थी, और अपने सुसाइड नोट में हरियाणा के डीजीपी शत्रुजीत कपूर और रोहतक के एसपी पर आरोप लगाए थे। इन दोनों आत्महत्याओं ने हरियाणा पुलिस महकमे में हलचल मचा दी है, और अब विभागीय पारदर्शिता व निष्पक्ष जांच को लेकर सवाल उठ रहे हैं।