नयी दिल्ली, 27 मई (एजेंसी)
एंटीगुआ एंड बारबुडा के प्रधानमंत्री गैस्टन ब्राउने ने पड़ोसी देश डोमिनिका से भगोड़े कारोबारी मेहुल चोकसी को सीधे भारत को सौंपने के लिए कहा है। स्थानीय मीडिया में आयी खबरों के अनुसार, हीरा कारोबारी चोकसी को डोमिनिका में पकड़ा गया है। डोमिनिका में चोकसी की गिरफ्तारी की खबरों के बाद ब्राउने ने स्थानीय मीडिया से कहा कि उन्होंने डोमिनिका के प्राधिकारियों को चोकसी को भारत प्रत्यर्पित करने के ‘स्पष्ट निर्देश’ दिए है।
एक मीडिया संगठन ‘एंटीगुआ न्यूज रूम’ ने पत्रकारों के साथ ब्राउने की बातचीत के हवाले से कहा, ‘‘हमने कहा है कि वे उसे एंटीगुआ प्रत्यर्पित न करें। उसे भारत लौटाने की जरूरत है जहां वह अपने खिलाफ लगे आपराधिक आरोपों का सामना कर सके।” ब्राउने ने संकेत दिया कि चोकसी के पास डोमिनिका में वैसे अधिकार नहीं होंगे जैसे कि एंटीगुआ एंड बारबुडा में थे। 2017 में नागरिकता लेने के बाद 2018 से वह एंटीगुआ एंड बारबुडा में रह रहा था। खबर में कहा गया है कि प्रधानमंत्री का मानना है कि डोमिनिका के लिए चोकसी को सीधे भारत को सौंपना आसान होगा।
हाल ही में एंटीगुआ एंड बारबुडा से भागे चोकसी को इंटरपोल के उसके खिलाफ जारी येलो नोटिस के बाद पकड़ लिया गया था। इंटरपोल लापता लोगों का पता लगाने के लिए येलो नोटिस जारी करता है। चोकसी पंजाब नेशनल बैंक में 13,500 करोड़ रुपये के कर्ज धोखाधड़ी मामले में वांछित है। चोकसी को आखिरी बार रविवार को एंटीगुआ एंड बारबुडा में अपनी कार में रात्रि भोजन के लिए जाते हुए देखा गया था। चोकसी की कार मिलने के बाद उसके स्टाफ ने उसे लापता बताया था। कारोबारी के वकील ने पुष्टि की थी कि चोकसी रविवार से लापता है। चोकसी के लापता होने की खबरों ने कैरिबियाई द्वीपीय देश में उथल-पुथल मचा दी थी। विपक्ष ने एंटीगुआ एंड बारबुडा की संसद में इस मुद्दे को उठाया था। विपक्ष को जवाब देते हुए प्रधानमंत्री ब्राउने ने कहा था कि उनकी सरकार चोकसी का पता लगाने के लिए भारत सरकार, पड़ोसी देशों और अंतरराष्ट्रीय पुलिस संगठनों के साथ ‘मिलकर” काम कर रही है। चोकसी और उसके भतीजे नीरव मोदी ने पंजाब नेशनल बैंक से 13,500 करोड़ रुपये की धनराशि का कथित तौर पर गबन किया।