विमान दुर्घटनाओं का खौफनाक इतिहास
1- एअर इंडिया एक्सप्रेस की उड़ान 1344 (7 अगस्त, 2020) : कोरोना महामारी के दौरान कोझिकोड (कालीकट) में बारिश के दौरान रनवे पर उतरते समय फिसल गया। फिर एक घाटी में गिरकर दो हिस्सों में विभाजित हो गया। इसमें सवार 190 लोगों में से 21 लोगों की मौत हो गई जिनमें दो पायलट भी शामिल थे।
2- एअर इंडिया एक्सप्रेस उड़ान 812 (22मई, 2010) : कर्नाटक के मंगलुरु हवाई अड्डे पर रनवे से विमान आगे निकल गया। दुबई से आ रहा बोइंग 737-800 ‘टेबलटॉप’ खाई में गिर गया और उसमें आग लग गई। इस दुर्घटना में 158 लोगों की मौत हो गई।
3- एलायंस एअर उड़ान 7412 (17 जुलाई, 2000) : पटना में घनी आबादी वाले रिहायशी इलाके में दुर्घटनाग्रस्त। इस दुर्घटना में साठ लोग मारे गए, जिनमें जमीन पर मौजूद पांच लोग शामिल थे।
4-चरखी दादरी के ऊपर आकाश में टक्कर (12 नवंबर, 1996) : भारत की सबसे विनाशकारी विमानन दुर्घटना में 349 लोग मारे गए थे। यह त्रासदी तब हुई जब सऊदी उड़ान 763 (एक बोइंग 747 विमान) और कजाकिस्तान एअरलाइंस की उड़ान 1907 (एक इल्यूशिन आईएल-76 विमान) के बीच हरियाणा में चरखी दादरी के पास आसमान में आमने सामने टकरा गईं।
5- इंडियन एअरलाइंस उड़ान 605 (14 फरवरी, 1990) : बेंगलुरु के एचएएल हवाई अड्डे के पास दुर्घटना। इसमें 146 लोगों में से 92 की मौत हो गई। जांच में पता चला कि पायलट की गलती और ए320 के उन्नत डिजिटल कॉकपिट से अपरिचित होने के कारण यह दुखद दुर्घटना हुई।
6-इंडियन एअरलाइंस उड़ान 113 (19 अक्तूबर, 1988) : खराब दृश्यता के कारण 113 (बोइंग 737-200) अहमदाबाद हवाई अड्डे के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गई। मुंबई से रवाना यह विमान पेड़ों से टकरा गया और रनवे से पहले ही दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिससे उसमें सवार 135 लोगों में से 133 की मौत हो गई। जांचकर्ताओं ने पायलट की गलती मानी।
7-एअर इंडिया उड़ान 855 (1 जनवरी, 1978) बोइंग 747 का विमान मुंबई से उड़ान भरने के कुछ ही समय बाद अरब सागर में गिर गया, जिससे उसमें सवार सभी 213 लोगों की मौत हो गई। यह दुर्घटना उड़ान के 101 सेकेंड बाद ही घटित हुई, जब एटीट्यूड डायरेक्टर इंडिकेटर में खराबी के कारण कैप्टन ने विमान के दिशा-निर्देशन को गलत तरीके से समझ लिया।
8-इंडियन एयरलाइंस की उड़ान 440 (31 मई, 1973) : दिल्ली के पालम हवाई अड्डे के पास बोइंग 737-200 विमान खराब मौसम की वजह से रनवे से कुछ ही दूर हाई-टेंशन तारों से टकरा गया। विमान में सवार 65 लोगों में से 48 की मौत हो गई। मृतकों में प्रमुख भारतीय राजनीतिज्ञ मोहन कुमारमंगलम भी शामिल थे।