लखनऊ, 1 जनवरी (एजेंसी)
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में अब तक मैदान में न उतरने को लेकर कटाक्ष पर पलटवार करते हुए बसपा प्रमुख मायावती ने कहा कि सत्ता के लोगों को ठंड में जो गर्मी चढ़ी है, वह सरकार और गरीबों के खजाने की गर्मी है। साथ ही कहा कि हमारी पार्टी गरीबों-मजलूमों की है, दूसरी पार्टियों की तरह धन्ना सेठों-पूंजीपतियों की नहीं।
गौरतलब है कि 30 दिसंबर को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भाजपा की जनविश्वास यात्रा के दौरान बसपा पर हमला करते हुए कहा था, ‘बहनजी (मायावती) की तो ठंड ही उतर नहीं रही। चुनाव आ गया है और वह प्रचार करने के लिए भी निकल नहीं रही हैं। लगता है, वह पहले ही हार से भयभीत हो गई हैं।’
इसी के जवाब में बसपा सुप्रीमो मायावती ने शनिवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि जब भाजपा और कांग्रेस जैसी पार्टियां सत्ता में होती हैं तो चुनाव घोषित होने से दो-ढाई महीने पहले खूब ताबड़तोड़ हवा-हवाई घोषणाएं, शिलान्यास, उद्घाटन और लोकार्पण करती हैं। उसकी आड़ में सरकारी खर्च से खूब चुनावी जनसभाएं भी करती हैं, जिस पर हमारी आम जनता का ही सरकारी पैसा पानी की तरह बेदर्दी से बहा दिया जाता है। इसमें आधी भीड़ सरकारी कर्मचारियों की और आधी भीड़ टिकट चाहने वालों की होती है। ये सब हमें उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और पंजाब जैसे राज्यों में देखने को मिल रहा है।’ इस अवसर पर मायावती ने अमित शाह का नाम लिये बिना कहा कि अब यह ठंड में जो इनको गर्मी चढ़ी हुई है, यह सरकार के गरीबों के खजाने की ही गर्मी है।’