नयी दिल्ली, 25 दिसंबर (एजेंसी)
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सिख गुरुओं के योगदान को नमन करते हुए शनिवार को कहा कि हमारे गुरुओं ने जिन खतरों से देश को आगाह किया था वह आज भी वैसे ही हैं। इसलिए हमें सतर्क भी रहना है और देश की सुरक्षा भी करनी है। प्रधानमंत्री ने कहा कि देश की एकता पर कोई आंच ना ला सके, इसके लिए हमारे बीच एकजुटता बहुत अनिवार्य है।
श्री गुरु नानक देव के प्रकाश पर्व समारोहों के तहत कच्छ स्थित गुरुद्वारा लखपत साहिब में आयोजित एक समारोह को वीडियो काॅन्फ्रेंस से संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि उनकी सरकार का मंत्र ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ है और देश की समरसता को बनाए रखने का दायित्व सभी का है। उन्होंने कहा, ‘हमारे गुरुओं का योगदान केवल समाज और अध्यात्म तक ही सीमित नहीं है। बल्कि हमारा राष्ट्र, राष्ट्र का चिंतन, राष्ट्र की आस्था और अखंडता अगर आज सुरक्षित है तो उसके मूल में सिख गुरुओं की महान तपस्या और त्याग निहित है।’ प्रधानमंत्री ने कहा कि गुरु नानक देव जी ने जिस ‘मानव जात’ का पाठ हमें सिखाया था, उसी पर चलते हुए देश ‘सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास’ के मंत्र से आगे बढ़ रहा है। इस मंत्र के साथ आज देश ‘सबका प्रयास’ को अपनी ताकत बना रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि जिस तरह गुरु तेग बहादुर मानवता के प्रति अपने विचारों के लिए सदैव अडिग रहे, वह हमें भारत की आत्मा के दर्शन कराता है। औरंगजेब के खिलाफ गुरु तेग बहादुर का पराक्रम और उनका बलिदान हमें सिखाता है कि आतंक और मजहबी कट्टरता से देश कैसे लड़ता है। इसी तरह, दशम गुरु गोबिंद सिंह साहिब का जीवन भी पग-पग पर तप और बलिदान का एक जीता जागता उदाहरण है।