शाेक और सन्नाटे के मंजर में ‘पीपली लाइव’ का खंजर
उज्ज्वल जलाली/ट्रिन्यू
अहमदाबाद, 14 जून
एयर इंडिया प्लेन क्रैश के बाद गुजरात पुलिस ने मेघानीनगर में दुर्घटना स्थल से लगभग एक किलोमीटर दूर सभी मार्गों पर बैरिकेडिंग की है। आसपास रहने वालों के मन में एक खौफनाक सन्नाटा पसरा है, लेकिन बाहर ‘सबसे तेज’, ‘सबसे पहले’, ‘लाइव’ दिखाने की मारकाट मची है। हिंदी फिल्म ‘पीपली लाइव’ जैसा मंजर।
यहां स्थानीय निवासी अभी भी दुर्घटना की भयावहता से स्तब्ध हैं। इसी बीच उन्हें अजीबोगरीब मंजर का सामना करना पड़ रहा है। कोई उनकी घरों की दीवार पर चढ़ रहा है, कोई अलग एंगल के लिए पानी की टंकी पर चढ़ने का रास्ता पूछ रहा है। कोई किसी के दरवाजे को खटखटा रहा है और ‘सिर्फ एक तस्वीर’ लेने की गुहार लगाता हुआ छत तक पहुंचने का रास्ता पूछ रहा है।
सोनाली बेन (बदला हुआ नाम) नामक एक स्कूल शिक्षिका ने कहा, ‘मैंने चार बार मना किया, फिर मुझे उनमें से दो मेरी तीसरी मंजिल की छत पर मिले।’ उनका घर पुलिस की घेराबंदी के ठीक बाहर है। स्थानीय महिला ने द ट्रिब्यून को बताया कि एक रिपोर्टर ने उनसे यह भी पूछा कि क्या उनके पास पानी की टंकी पर चढ़ने के लिए सीढ़ी है। इस अखबार को भी मलबे की तस्वीरें खींचने में इसी तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ा। हालांकि, एक परिवार को चिलचिलाती धूप में टीम की मेहनत देखकर दया आ गई और उसने छत पर जाने की अनुमति दे दी। यही नहीं, कुछ किशोरों को आस-पास की छतों से वैकल्पिक मार्ग खोजने में मदद करने के लिए पैसे भी दिए गए। जब स्थानीय लोगों से 12 जून को हुई दुर्घटना के बारे में पूछा गया, तो किसी ने कहा कि उन्हें भूकंप जैसा महसूस हुआ, जबकि कुछ ने सोचा कि दुश्मन देश ने हमला कर दिया है।
अब तो अवशेष से ही अपनों की पहचान
हादसे में मारे गए लोगों के पीछे छूट गए परिवारों के लिए दुःस्वप्न खत्म नहीं हुआ है। अहमदाबाद के बीजे मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में, जहां जले हुए शवों को पहचान के लिए ले जाया गया है, शोक संतप्त परिवार के सदस्य खामोशी से बैठे हैं। उनकी आंखें हर हरकत को देख रही हैं। इस बीच, अधिकारियों का कहना है कि डीएनए मिलान में 72 घंटे तक का समय लगता है। डॉक्टरों का कहना है कि इसमें जल्दबाजी नहीं की जा सकती।
पीड़ित परिवारों के लिए धन जुटाने का अभियान
लंदन (एजेंसी) : अहमदाबाद विमान दुर्घटना के पीड़ितों के ब्रिटेन में रह परिवार के सदस्यों की सहायता के लिए धन जुटाने के वास्ते लंदन में भारतीय समुदाय के सदस्य एकजुट हो रहे हैं। एयर इंडिया विमान दुर्घटना में जान गंवाने वालों में अर्जुन पटोलिया भी थे। वे अपनी दिवंगत पत्नी भारती की अस्थियों को भारत में विसर्जित करने की इच्छा को पूरा करने के लिए गुजरात गए थे। उनकी पत्नी का हाल ही में कैंसर से निधन हो गया था। अर्जुन पटोलिया के मित्रों और परिवार ने शुक्रवार को उनकी दोनों बेटियों की सहायता के लिए ऑनलाइन धन-संग्रह अभियान ‘गोफंडमी’ शुरू किया और अब तक 500,000 पाउंड के लक्ष्य का आधे से अधिक धन जुटा लिया गया है। ब्रिटेन के नॉर्थम्पटन निवासी अबधी पटेल के परिवार के लिए भी ऐसा ही एक प्रयास शुरू किया गया है।